हनी ट्रैप में फंसाया पैसे नहीं मिले तो कर दी हत्या, चित्तौड़ के चार लोगों सहित एक महिला गिरफ्तार

उदयपुर। भीण्डर अस्पताल में छोड़े गए शव की गुत्थी सुलझ गई है। किराना व्यापारी मदन पाटीदार को एक महिला और उसके चितौड़गढ़ के चार-पांच दोस्तों ने पहले हनीट्रेप में फंसाया और छह लाख रुपए मांगे। जब उसने पैसे देने से इंकार कर दिया तो उसकी इस कदर पिटाई की गई कि उसकी मौत हो गई। हत्या के आरोपी ही उसे भीण्डर अस्पताल लेकर पहुंचे तथा वहां स्ट्रेचर पर छोड़कर फरार हो गए।
पुलिस अधीक्षक भुवन भूषण यादव ने शनिवार दोपहर पत्रकारों को बताया हनी ट्रेप में लोगों को फंसाने वाली गैंग में शामिल एक महिला सहित पांच लोंगों को गिरफ्तार किया है। सभी वारदात के बाद मध्यप्रदेश भाग गए थे और वहां से पकड़कर उन्हें उदयपुर लाया गया। उन्होंने बताया कि हत्या की वारदात के बाद आरोपियों ने ही मृतक की पत्नी को फोन कर जानकारी दी थी।
उन्होंने बताया में गिरफ्तार आरोपियों में किशन करेरी गांव का राजू उर्फ राजमल(31)पुत्र बालू गुर्जर, अरथला—डूंगला निवासी पुष्पेंद्र सिंह उर्फ पप्पी(31) पुत्र निर्भय सिंह सिसोदिया, देवीपुरा निवासी रतन सिंह उर्फ रतन(28)पुत्र किशनसिंह देवड़ा, कन्नौज भदेसर निवासी अनीश(24)पुत्र मोहम्मद हफीज और जीरापुर निवासी अंजू उर्फ हीना(30) पत्नी शिवसिंह भिलाला शामिल हैं। आरोपी महिला मध्यप्रदेश की है, जबकि सभी पुरुष आरोपी राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले के रहने वाले हैं। इनकी गैंग में और भी लोग शामिल हैं, जिनकी तलाश की जा रही है।
कर लिया था अगवा
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि किराणा व्यापारी मदन पाटीदार के हनीट्रेप में फंसाने की साजिश के तहत आरोपियों ने अंजू से उसकी मुलाकात करवाई। पंद्रह दिन पहले दोनों को एक होटल में मिलवाया गया था। एक फरवरी को अंजू ने मदन पाटीदार को आवरी माता मंदिर बुलाया। जहां उसके पहुंचने के बाद गिरोह के सदस्य राजू गुर्जर, पुष्पेंद्र सिंह, रतन सिंह आदि ने दोनों को बीच राह में रोका तथा अंजू को अपनी भाभी बताया। दुष्कर्म के केस में फंसाने की धमकी देकर उसके साथ मारपीट की तथा उससे छह लाख रुपए की मांग की और उसे अगवा कर लिया। जब मदन ने रुपए देने से इंकार कर दिया तो उसके साथ बुरी कदर मारपीट की। दो फरवरी की सुबह उसकी छाती में दर्द उठा तो वे लोग उसे भीण्डर अस्पताल लेकर पहुंचे लेकिन उसकी जान जा चुकी थी। इसके बाद आरोपी गुजरात तथा मध्यप्रदेश की ओर भाग निकले।
सीसीटीवी में दिखे थे तीन युवक
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जब आरोपी उसे अस्पताल छोड़कर जा रहे थे उनकी छबि अस्पताल के सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी। जिसमें तीन युवक मदन पाटीदार को स्ट्रेचर पर लाते हुए साफ दिखाई दे रहे थे।
यह था मामला
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि भीण्डर अस्पताल में शव छोड़ने वालों की पुलिस तलाश में जुटी थी। जबकि पुलिस शव की पहचान कर चुकी थी, जो कानोड़ क्षेत्र के राजपुरा निवासी किराणा व्यापारी मदन उर्फ मदन मोहन उर्फ टोनी(28)पुत्र कैलाशचंद्र पाटीदार था। उसकी शराब के ठेकों में भी साझेदारी थी, जिसके चलते उसकी पहचान हनीट्रेप में फंसाने वाले गिरोह के सरगना राजू से भी थी। राजू ने ही रुपए ऐंठने के लिए अंजू को अच्छी खासी रकम देने का लालच देकर उसे फंसाने के लिए तैयार किया था।
