पालतू कुतिया की मौत पर कराया त्रयोदशी संस्कार, लोगों ने मुंडवाए सिर; 300 लोगों को कराया भोज

पालतू कुतिया की मौत पर कराया त्रयोदशी संस्कार, लोगों ने मुंडवाए सिर; 300 लोगों को कराया भोज
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आगरा, : आगरा में जानवरो  के प्रति लोगों में ऐसा प्रेम देखने को मिला जो अनूठा ही हैं ।एक परिवार ने पालतू कुतिया पाली, उसे परिवार के सदस्य की तरह रखा। बीमारी से पालतू कुतिया की मृत्यु हो गई। पूरा परिवार शोक संतप्त हो गया। रीति-रिवाज से उसे भू-समाधि दी। इसके बाद बाकायदा परिवार के एक दर्जन लोगों ने सिर मुंडवाए और बुधवार को त्रयोदश संस्कार संपन्न हुआ। इसके साथ ही करीब तीन सौ लोगों को भोजन कराया।

मामला जमुना पार स्थित शिव नगर कालोनी का है। यहां रहने वाले सत्यवीर सिंह ठाकुर जी की पोशाक बनाने का काम करते हैं। परिवार में बेटा और पत्नी है। करीब छह वर्ष पूर्व वह एक कुतिया लेकर आए थे। उसका नाम भूरी रखा। परिवार के सदस्य की तरह उसे रखा। 

लगाव इतना हो गया कि ज्यादातर समय सत्यवीर का घर में भूरी के साथ ही बीतता। नौ सिंतबर की रात अचानक भूरी की तबीयत खराब हो गई। रात अधिक होने के कारण वह किसी चिकित्सक को नहीं दिखा सके। सुबह चार बजे भूरी की मृत्यु हो गई। 

 पूरा परिवार शोक में डूब गया। दहाड़ मारकर रोए। सुबह ही उसका सत्यवीर ने अंतिम संस्कार किया। घर से कुछ दूरी पर खाली मैदान में उसे भू-समाधि दी। उन्होंने तय किया कि जैसे किसी के परिवार के सदस्य की मृत्यु हो जाने पर रीति-रिवाज हो जाते हैं, वैसे ही करेंगे।पूरा परिवार शोक संतप्त होने के साथ सत्यवीर ने सिर मुंडवाया, परिवार के करीब एक दर्जन पुरुषों ने अपना सिर मुंडवाया। 11वें दिन बुधवार को सत्यवीर ने भूरी का त्रयोदशी संस्कार किया। मोहल्ले के लोगों को भोजन कराया। 

सत्यवीर कहते हैं कि वह हमारे परिवार की सदस्य थी। वह बोल नहीं सकती तो क्या, हम उसकी भावनाएं समझते थे। इसलिए हमने तय किया कि हम मृत्यु पर सारे रीति-रिवाज निभाएंगे।

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