शोभायात्रा में गूंजे त्रिशला नंदन भगवान महावीर के जयकारें
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By - Bhilwara Halchal |3 April 2023 9:13 AM GMT
उदयपुर । सकल जैन समाज उदयपुर की प्रतिनिधि संस्था महावीर जैन परिषद के तत्वावधान में जैन समाज के 24वें तीर्थंकर श्रमण भगवान महावीर स्वामी के 2622वें जन्म कल्याणक महोत्सव पर भव्य शोभायात्रा एवं विशाल वाहन रैली का आयोजन सोमवार को धूमधाम से हुआ। जैसे ही शोभायात्रा नगर निगम प्रांगण से रवाना हुई भगवान महावीर स्वामी के जयकारें गुंज उठे। शोभायात्रा का मुख्य आकर्षण भगवान महावीर के सिद्धान्तों एवं कतृव्यों पर विभिन्न संगठनों द्वारा बनाई गई 28 झांकियां रही। शोभायात्रा में अहिंसा का संदेश देते हुए पैदल चलते हुए एकता का संदेश देते हुए जैन समाज के अनैकों संगठन शामिल हुए। युवक-यवुतियों द्वारा 2255 से अधिक दुपहिया भव्य वाहन रैली निकाली गई जो अपने आप में नया इतिहास रचने वाली थी। शोभायात्रा में सभी पुरूष श्वेत परिधान एवं महिलाएं चुदड़ में तीन-तीन की कतार में भगवान के जयकारें लगाते हुए चल रहे थे। शोभायात्रा में सकल जैन समाज के हजारों श्रावक-श्राविकाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
महावीर जैन परिषद के मुख्य संयोजक राजकुमार फत्तावत ने बताया कि 3 अप्रेल सोमवार को प्रात: 8 बजे नगर निगम प्रांगण से महावीर जन्मकल्याणक महोत्सव की भव्य शोभायात्रा दिगम्बर जैन समाज के अध्यक्ष शांतिलाल वेलावत द्वारा ध्वजारोहण के साथ प्रारम्भ हुई। शोभायात्रा नगर निगम प्रांगण से प्रारंभ हुई जो सूरजपोल, बापूबाजार, मण्डी की नाल, भडभूजा घाटी, घण्टाघर, मोती चौहट्टा, हाथीपोल, अश्विनी बाजार, देहलीगेट होते हुए पुन: नगर निगम प्रांगण में पहुंची। जैसे जैसे 2255 से अधिक दुपहिया वाहनों पर युवा तरूणाई दोनों हाथों में जैन ध्वज लिए शोभायात्रा में आगे बढ़े भगवान महावीर स्वामी के जयकारें एवं जैन धर्म के तीर्थंकरों के जयकारें लगाते हुए पूरे वातावरण को महावीरमय बना दिया। अंतिम में शोभायात्रा पूरे शहर में भ्रमण कर पुन: नगर निगम प्रांगण पहुंची जहां पर महावीर जैन परिषद की ओर से प्रभावना वितरित की गई।
शोभायात्रा के संयोजक एवं जैन जागृति सेन्टर के अध्यक्ष सुधीर चित्तौड़ा ने बताया कि शोभायात्रा का संचालन जैन जागृति सेन्टर उदयपुर द्वारा किया जाएगा। शोभायात्रा के प्रारम्भ में एक एस्कोर्ट जीप जो रूट क्लीयर करते हुए चल रही थी जिसमें चार बच्चें मिलेट्री डे्रस मेें देशभक्ति का संदेश दे रहे थे। उसके बाद 2255 से अधिक दूपहिया वाहन पर हजारों युवा तरूणाई हाथों में जैन ध्वज लेकर शोभायात्रा में शामिल हुए तो मानो उदयपुर की सड़कों पर महावीर स्वामी के जन्मोत्सव के गुणगान से महक उठी। उसके बाद एक गजराज, 10 घोड़ों पर सवार केसरियां सांफा पहने युवतियां चल रही थी। उसके पश्चता खुली जीप में जैन प्रतीक, जैन भजनों से स्वर लहरियां बिखेरता बैंण्ड, पावा पुरी रथ चल रहा था। इसके पश्चात विभिन्न विषयों पर बनाई गई 28 झांकियां, उसके बाद विभिन्न विद्यालय के बच्चें, झांकिया व बैण्ड, उसके बाद सप्तकिरण रथ चला। उसके बाद जैन समाज के विभिन्न समाज व संगठनों के हजारों श्रावक-श्राविकाएं, उनकी झांकियां और समाज के बैंण्ड चले। जैन जागृति सेन्टर के 150 से अधिक कार्यकर्ता शोभायात्रा का संचालन कर रहे थे।
- वाहन रैली में शामिल होंगे 2255 से अधिक दूपहिया वाहन :-
भारतीय जैन संघटना युथ विगं के अध्यक्ष जय चौधरी एवं गल्र्स विगं की अध्यक्षा तनिषा माण्डावत ने बताया कि श्रमण भगवान महावीर स्वामी के जन्मकल्याणक महोत्सव पर सकल जैन समाज के युथ की ओर से विशाल दूपहिया वाहन रैली निकाली जिसमें 2255 से अधिक दूपहिया वाहनों पर वाहनों पर युवा तरूणाई दोनों हाथों में जैन ध्वज लिए शोभायात्रा में आगे बढ़े भगवान महावीर स्वामी के जयकारें एवं जैन धर्म के तीर्थंकरों के जयकारें लगाते हुए पूरे वातावरण को गुंजाय मान कर दिया। वाहन रैली में सम्मिलित सभी युवक-युवतियां सफेद परिधान में तथा केसरिया उपरणा व हाथ का बैंड पहने शोभायात्रा में शामिल हुए जो शहर के मुख्य मार्गों पर शोभायात्रा को चार चांद लगाए नजर आए।
- 108 स्वागत द्वारों से होगा शोभायात्रा का स्वागत
महावीर जैन परिषद के कोषाध्यक्ष कुलदीप नाहर ने बताया कि रविवार को निकली भव्य शोभायात्रा के मार्ग में समाजजनों द्वारा जगह-जगह 108 तोरणद्वार एवं पुष्पवृष्टि कर शोभायात्रा एवं वाहन रैली का स्वागत किया। वहीं विभिन्न समाजजनों एवं संगठनों द्वारा 48 स्थानों पर ठण्डाई, आईस्क्रीम, कुल्फी, सिकंजी, पानी, केरी पानी, छाछ, फ्रूट आदि प्रभावना वितरित की गई। शोभायात्रा के समापन पर नगर निगम प्रागंण में खण्डेलवाल दिगम्बर समाज द्वारा ठण्डाई की प्रभावना वितरित की गई।
- शोभायात्रा में इन विषयों पर रही झांकियां
महावीर जैन परिषद के कोाषाध्यक्ष कुलदीप नाहर ने बताया कि शोभायात्रा में पर्यावरण, स्वच्छ भारत अभियान, भगवान महावीर के सिद्धांत, देश भक्ति, जल संरक्षण, सेवा एवं परोपकार, नशामुक्ती, शाकाहार, सामाजिक कुरीतियों की रोकथाम, महिला सशक्तिकरण विषय पर आधारित समाज-संगठनों एवं विद्यालयों की 22 झांकियां शामिल हुई। शोभायात्रा में आई बैंक सोसायटी, पारसनाथ महिला मंच मण्डी की नाल, पाश्र्वनाथ जैन बोर्डिंग स्कूल, स्कोलर्स ऐरिना स्कूल, गुरुकुल स्कूल सेक्टर 14, महावीर जैन सोसायटी सेक्टर 4, अरिहंत ग्रामीण विकास संस्थान, वरदान केवीएम स्कूल, दिगम्बर जैन बीसा हुमड महिला मंच, समता युवा संघ, जैन निति नवयुवक मण्डल, बड़ी सादड़ी जैन मित्र मण्डल, केसरिया जी मित्र मण्डल, बीसा नागदा जैन समाज, चित्तौड़ा महिला मण्डल, अग्रवाल दिगम्बर जैन समाज देवाली, जिनेन्द्र आदिनाथ महिला मंच, चिंतामणी पाश्र्वनाथ महिला मण्डल गोवर्धन विलास, कुंथु जागृति महिला मंच, तेरापंथ समाज, नागदा दिगम्बर महिला परिषद, जैन जागृति महिला संस्थान, आदिनाथ महिला मंच सेक्टर 11, वागड़-छप्पन दिगम्बर जैन बीसा नरसिंहपुरा, महावीर युवा मंच संस्थान, भारतीय जैन संघटना, जैन जागृति सेन्टर की झांकिया सम्मिलित हुई।
- यह विद्यालय रहे शोभायात्रा में शामिल
शोभायात्रा में पाश्र्वना जैन बोर्डिंग स्कूल, सुधर्म विद्यालय, गुरुकुल, महावीर विद्या मंदिर गणेश घाटी, दिगम्बर जैन बालिका स्कूल, आदिनाथ स्कूल सेक्टर 11, अग्रवाल जैन विद्यालय, वरदान केवीएम स्कूल, महावीर जैन सैकडरी स्कूल सेक्टर 4 के लगभग 1500 से अधिक बच्चें सम्मिलित हुए।
- शोभायात्रा मेें इन समाज-संगठनों की रही सहभागिता
शहर में निकली भव्य शोभायात्रा में दिगम्बर जैन बीसा हुमड़ धर्मवर्धिनी महिला मण्डल, समता युवा संघ, तारक गुरु ग्रंथालय, वर्धमान स्थानकवासी श्राविका संघ, जैन प्रगति महिला मंच नागदा समाज, कुंथु महिला जागृति मंच, हमराही मण्डल, पदमप्रभु महिला मण्डल, जैन जागृति महिला संस्थान, केसरियाजी मित्र मण्डल, बड़ी सादड़ी जैन मित्र मण्डल , तेरापंथ समाज, बीसा नागदा जैन समाज, वागड़ फ्रेन्डस ग्रुप, चित्तौड़ा महिला मण्डल, पाश्र्वनाथ महिला मण्डल, अग्रवाल दिगम्बर जैन समाज देवाली, अम्बामाता जैन सोसायटी, आदिनाथ महिला मंच आदि संगठनों के हजारों श्रावक-श्राविकाओं ने सज-धज कर हिस्सा लिया।
- समाज यह बैण्ड रहे शामिल
शोभायात्रा में दिगम्बर जैन बालिका स्कूल, अग्रवाल जैन विद्यालय, गुरुकल, जैन नीति नवयुवक मण्डल, वरदान केवीएम स्कूल, कुंथु महिला जागृति मंच, केसरिया जी मित्र मण्डल, पाश्र्वनाथ महिला मंच के बैण्ड विभिन्न धूनों पर स्वर लहरियां बिखेर रहे थे।
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