संसद में सुरक्षा चूक पर हंगामा, दोनों सदनों के 15 सांसद निलंबित,पूरे शीतकालीन सत्र के लिए रहेंगे सस्पेंड
नई दिल्ली। बीते दिन संसद में हुई सुरक्षा चूक को लेकर गुरुवार को दोनों सदनों में जमकर हंगामा हुआ। हंगामा इतना बढ़ गया कि दोनों सदन- राज्यसभा और लोकसभा से कई सांसदों को निलंबित करना पड़ा।
सदन में हंगामे के कारण आज 15 सांसदों को निलंबित कर दिया गया। इनमें एक राज्यसभा के सांसद डेरेक ओ ब्रायन हैं और बाकी 14 सांसद लोकसभा के सदस्य हैं। इससे पहले हंगामे की वजह से कांग्रेस के पांच लोकसभा सांसद निलंबित कर दिए गए थे, जिनमें टीएन प्रतापन, हिबी ईडन, एस जोथिमणि, राम्या हरिदास और डीन कुरियाकोस हैं।
राज्यसभा को शुक्रवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।
खरगे ने लिखा धनखड़ को पत्र
राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने संसद भवन में कल हुए सुरक्षा उल्लंघन पर राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ को पत्र लिखा। पत्र में उन्होंने लिखा कि संसद की सुरक्षा का उल्लंघन एक बहुत ही गंभीर मामला है। मामले की गंभीरता को देखते हुए, मैं संसद में भारतीय दलों के नेताओं के परामर्श से इस विचार पर आया हूं कि इसे राज्य सभा (राज्य सभा) के नियमों और प्रक्रिया के नियम 267 के तहत उठाया जाना चाहिए। इसके अलावा, जब तक गृह मंत्री इस मामले पर बयान नहीं देते हैं और उसके बाद नियम 267 के तहत चर्चा नहीं होती है, तब तक कोई अन्य चर्चा नहीं की जाएगी।
केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने राज्यसभा में एक लिखित जवाब में कहा कि बीते चार वर्षों (01.04.2019 से 31.03.2023) के दौरान, राजस्व विभाग के तहत प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने धन शोधन निवारण अधिनियम, 2002 (पीएमएलए) के तहत 69,045.89 करोड़ रुपये की अपराध आय को अस्थायी रूप से जब्त कर लिया है।
कांग्रेस के 9 और सांसद निलंबित
निलंबन के बावजूद राज्यसभा पहुंचे डेरेक ओ ब्रायन
निलंबन के बावजूद टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन राज्यसभा की कार्यवाही में शामिल हुए। इस पर सभापति ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि निलंबन के बावजूद डेरेक ओ ब्रायन अभी भी सदन में मौजूद हैं। उनके कारण सदन की कार्यवाही बाधित हो रही है।
वहीं हंगामे के चलते लोकसभा की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गई है।
कांग्रेस के पांच सांसद निलंबित
लोकसभा में हंगामे के चलते कांग्रेस के पांच सांसदों को पूरे शीतकालीन सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया है। जिन सांसदों को निलंबित किया गया है, उनमें टीएन प्रथापन, हीबी एडेन, एस जोथीमनी, राम्या हरिदास और डीन कुरियाकोस शामिल हैं। लोकसभा में गलत बर्ताव के लिए इन सांसदों पर कार्रवाई हुई है।
लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष का हंगामा
लोकसभा की कार्यवाही शुरू हो गई है लेकिन कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने हंगामा शुरू कर दिया है। लोकसभा में संसदीय कार्यमंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा कि कल की घटना दुर्भाग्यपूर्ण थी लेकिन पहले भी ऐसी घटनाएं हुई हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले में राजनीति नहीं होनी चाहिए। वहीं राज्यसभा की कार्यवाही हंगामे के बाद एक बार फिर से स्थगित कर दी गई है।
वहीं कर्नाटक में कांग्रेस ने भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
संसद में सुरक्षा चूक मामले पर सरकार पर हमलावर विपक्ष
कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए लिखा कि विपक्षी पार्टियों की मांग है कि संसद में सुरक्षा चूक के मामले पर गृहमंत्री दोनों सदनों में विस्तृत बयान दें और इस पर संसद में विस्तार से चर्चा होनी चाहिए। उन्होंने भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा पर भी कार्रवाई की मांग की, जिन्होंने घुसपैठियों को विजिटर पास मुहैया कराए।
कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि 'इसके लिए पूरी तरह से सरकार जिम्मेदार है। पिछली बार जब हमला हुआ था तो आतंकी संसद के भीतर नहीं पहुंच पाए थे लेकिन इस बार वह लोकसभा तक पहुंच गए।' उन्होंने कहा कि 'अगर हम चुप रहेंगे तो इसका मतलब ये है कि हम अपनी जिम्मेदारी का ठीक से निर्वहन नहीं कर रहे हैं।'
'वेल में जाना हमारा अधिकार'
डेरेक ओ ब्रायन के निलंबित होने पर टीएमसी सांसद डोला सेन ने उनका समर्थन किया। उन्होंने कहा कि डेरेक ओ ब्रायन को निलंबित कर दिया गया है लेकिन वेल में जाकर लोगों से जुड़े मुद्दे उठाना, यह हमारा अधिकार है। डेरेक ओ ब्रायन ने कुछ भी गलत नहीं किया है। संसद में सुरक्षा चूक के मुद्दे पर प्रधानमंत्री, गृहमंत्री चुप हैं, इसलिए विपक्ष इस मुद्दे को उठा रहा है और नारेबाजी कर रहा है।
अधीर रंजन चौधरी ने भाजपा सरकार पर साधा निशाना
कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने 13 दिसंबर को संसद की सुरक्षा में हुई चूक पर कहा कल की घटना को पूरी देश ने देखा। हर दिन सुरक्षा, सत्ता और विकास पर बातें की जा रही हैं लेकिन देश के अंदर ही सुरक्षा खोखली है। क्या पीएम मोदी को इससे कोई फर्क पड़ता है? लोग कहेंगे कि 'मोदी मतलब मुश्किल है'।