कुल की रस्म के साथ उर्स सम्पन्न
चित्तौड़गढ़। बूंदी रोड स्थित कोमी एकता के प्रतीक मेवाड़ के महान सूफी संत हजरत अताए ख्वाजा सैयद सरदार अहमद अशरफी साहब रहमतुल्लाह अलैहे का 22वां सालान उर्स मुबारक कुल की रस्म के साथ समापन हुआ। सज्जादानशीन सलीम अशरफी ने बताया कि पूर्व रात ऑल इण्डिया औलमा मशाईख बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्मगुरू हज़रत सैय्यद मोहम्मद अशरफ सा. ने तकरीर मे फरमाया कि हमें ख्वाजा गरीब नवाज के पैगाम को आम करना है, नफरत किसी से नहीं, मोहब्बत सबके लिए, इस पेगाम को आम करने की जरूरत है, इससे हमारे मुल्क मे अमन चेन रहेगा और हमारा अजीज मुल्क हिन्दुस्तान गंगा जमना तहजीब का और सुफी विचार धारा का एक नुमाया मुल्क दुनिया मे नजर आएगा। इस मौके पर ओलादे गोसे आजम हजरत सैयद हम्माद अशरफ, सज्जादा नशीन, मोहम्मद सलीम अशरफी, मोहम्मद युसुफ अशरफी नेे सैयद मोहम्मद अशरफ सा., शहर काजी अब्दुल मुस्तफा चिश्ती, सैयद दौलतअली, आनंदीराम खटीक, श्रीमाल पवन शर्मा, इम्तियाज लौहार, पार्षद रणजीत लोट, इरफान हुसैन, अभिषेक, फेज मोहम्मद शेख, इस्माइल मंसुरी, गुलामनबी चाचा, मोहम्मद अली छीपा, महबूब खान, अकील भाई, यति महाराज, अयुब अशरफी, फिरोज खान, असलम छीपा, एवीश टेलर, सिद्विक छीपा, उस्मान की दस्तारबन्दी कर स्वागत किया। इस मौके पर गुलाम रसुल, यासिन छीपा, अब्दुल हमीद मंसुरी, बिलाल खान, सोनू अशरफी, शाहीद छीपा, आलम छीपा, जाकिर खान, राजु भाई, सलीम खान, रफीक छीपा, उस्मान, मोहम्मद अली छीपा, राशीद खान, रईस मोहम्मद शेख, युनुस छीपा व सदस्यो ने उर्स की व्यवस्था व लंगर मे सहयोग किया। इस मौके पर मुफ्ती अलअहजरी उस्मान, मोलाना जुबेर अशरफी अलअजहरी, मोलाना जुनेद अशरफी, मोलाना उमेर अशरफी ने कुल के छीटें बरसाए व कुल की रस्म मे बाहर से आये हुए अजमेर, उदयपुर, भीलवाडा, नाथद्वारा, राजनगर, कांकरोली, प्रतापगढ कोटा, जयपुर, जोधपुर, मुम्बई, अहमदाबाद व अन्य शहरों व गांवो से हजारो मुरीदो व जायरीनो ने कुल के छीटे ग्रहण करने के लिए कुल की रस्म मे हिस्सा लिया।