VIDEO दुग्ध उत्पादकों की आय दुगनी करने का लक्ष्य, भीलवाड़ा डेयरी देश में प्रथम स्थान पर- जाट
भीलवाड़ा। जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लि. द्वारा राजस्थान विजन 2030 सेंसेटाईजेशन कार्याशाला का आयोजन किया गया। इसमें राजस्थान सरकार द्वारा तैयार किए जा रहे विजन डाक्यूमेंट के तहत चर्चा कर आगामी निर्धारित वर्षों में किसानों की आय को दोगुना करने का लक्ष्य रखा गया। साथ ही चर्चा की गई कि कैसे किसानों की आय 2030 तक बढाकर दोगुनी करी जा सकती है। इस मौके पर लोक कलाकारों ने गीत व नृत्य की प्रस्तुति से उपसिथत लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया। इस मौके पर डेयरी क्षेत्र में उत्कृष्ठ योगदान देने वाले किसानों को उपहार देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने कहा कि क्वालिटी के मामले में देश में भीलवाड़ा डेयरी प्रथम स्थान पर है, ये बात केवल मैं ही नहीं कह रहा हूं, राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड, राज्य सरकार, भारत सरकार लिखित में दे रही है, इसके लिए पांच लाख लीटर से ऊपर व नीचे की एक श्रेणी बनाई गई, भारत में कुल 280 कॉपरेटिव संघ है। जिसमें भीलवाड़ा डेयरी अव्वल है। मंत्री जाट ने कहा कि हमारे पूर्वजों को धन्वाद लेकिन आज हमारे ऊपर जिम्मेदारी है कि कैसे हम बढिया तरीके व ईमानदारी से इस डेयरी को चलाए और गांव के लोगों को फायदा दे सकें, ताकि जो बिचौलिएं इसमें शोषण करते है थे उन्हें आज भी दूर रखा जा सकें। राजस्व मंत्री ने कहा कि आज पंडित जवाहर लाल नेहरू याद करते है कि एक सहकारी सबके लिए और सब एक के लिए चाहे खाद बीज की दुकान हो या डेयरी हो बिना नफा कमाए जो बिचौलियां किसान की उपज का फायदा उठाते उनसे छुटकारा दिलाने का काम उस समय के नेता ने किया।
समारोह के बाद जाट ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि आज की आम सभा में किसानों से संबंधित कई विषयों पर चर्चा हुई, इस दौरान जिले में कैसे आम दुग्ध उत्पादक 78 हजार परिवार को पैसा दे उस पर अनुमोदन हुआ। आने वाले समय में और मशीने लेने के लिए अनुदान का अनुमोदन हुआ। जाट ने बताया कि कई बार पांच रुपए लीटर योजना का पैसा सरकार से देरी से आता है उसे हमारे कोटे से किसानों को सीधा मिलता रहे इसका निर्णय लिया गया, साथ ही कई निर्णय लिए गए। इस तरह की हमारी आमसभाएं होते रहने से हमे कई स्तर पर पहले भी अवार्ड मिल चुके हैं। जाट ने बताया कि हमारी योजनाओं के कारण भीलवाड़ा देश की 280 कॉपरेटिव में 2017 से लगातार नंबर एक पर बना हुआ है। हमारी पहचान ही क्वालिटी है, उसे बरकरार रखने के लिए हमारे दुज्ध उत्पादक पर निर्भर करता है, जिनकी देखरेख सचिव व अन्य अधिकारी करते हैं। इसके लिए अधिकारियों को द्वारकाधीश की शपथ भी दिलाई गई।