एसयूवी और एमपीवी में क्या होता है फर्क, कार चुनने से पहले जानें क्या है आपकी जरूरत
देश में इस समय लोगों को एसयूवी कारें खूब पसंद आ रही हैं, इस कारण इनकी खूब बिक्री भी होती है. साथ ही पिछले कुछ समय से एमपीवी सेगमेंट की कारों की बिक्री में भी काफी तेजी देखी गई है. यदि आप जल्दी ही इनमें से किसी सेगमेंट की कार खरीदने वाले हैं तो आज हम आपको बताने वाले इन दोनों तरह की कारों के बीच अंतर के बारे में. जिससे आपको बाद में कोई दिक्कत न हो.
एसयूवी
एसयूवी यानि स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल की डिमांड में भारतीय बाजार में पिछले कुछ सालों से काफी तेजी देखने को मिल रही है और यह बढ़ती ही जा रही है. जैसा कि इसके नाम से ही पता चल रहा है कि इस सेगमेंट की कारें एडवेंचर और स्पोर्ट्स से जुड़ी सभी क्षमताओं से लैस रहती हैं. ये कारें बढ़िया ग्राउंड क्लीयरेंस के साथ आती हैं जिससे ऑफ रोडिंग करना इनके लिए आसान हो जाता है. जिसके कारण ये गाड़ियां पहाड़ी और कीचड़ और ऊबड़ खाबड़ रास्तों पर आसानी से चलने में सक्षम होती हैं. इन्हें हर जगह पर चलाना बहुत आसान होता है. इनमें भी माइक्रो एसयूवी, मिड एसयूवी, कॉम्पैक्ट एसयूवी और फुल साइज एसयूवी के कई सब सेगमेंट मिलते हैं.
एमपीवी
एमपीवी यानि मतलब मल्टी पर्पज व्हीकल के नाम से ही पता चलता है कि इन गाड़ियों का इस्तेमाल विभिन्न प्रकार के अलग अलग कार्यों के लिए किया जा सकता है. इन गाड़ियों में काफी ज्यादा स्पेस होता है, जिसमें ज्यादा लोग एक साथ बैठ सकते हैं साथ इसमें काफी सारा सामान भी रखा जा सकता है. भारत में अधिकांश एमपीवी 6 या 7 सीटर होती हैं, जो तीन रो के साथ आती हैं. जिसमें मिड रो में ड्राइवर सीट का भी विकल्प मिलता है साथ ही इसके पीछे के रो को फोल्ड करके सामान रखने के लिए बड़ा स्पेस तैयार किया जा सकता है. एसपीवी कारों को खासतौर पर बड़ी फैमिली वाले लोग अधिक पसंद करते हैं, जिससे लॉन्ग ट्रिप पर एक ही गाड़ी में कई लोग एक साथ जा सकें.