कार में आरपीएम का क्या होता है मतलब, क्या गाड़ी के प्रदर्शन पर होता है इसका असर जानें सबकुछ

कार में आरपीएम का क्या होता है मतलब, क्या गाड़ी के प्रदर्शन पर होता है इसका असर जानें सबकुछ

अक्सर कार और इंजन की जब बात आती है। तो आरपीएम की भी चर्चा होती है। लेकिन ज्यादातर लोगों को इस बात की जानकारी नहीं होती है कि आरपीएम क्या होता है और कार में इसका क्या महत्व होता है। हम इस खबर में आपको आरपीएम क्या होता है। इसकी जानकारी दे रहे हैं।



क्या है आरपीएम
कार को जब स्टार्ट किया जाता है। तो इंजन में मौजूद सभी पार्ट्स अपना काम करने लगते हैं। इनमें से एक पार्ट क्रैंकशाफ्ट होती है। जब यह घूमना शुरू कर देती है तो इंजन से पावर जनरेट होती है। जिसके बाद ही कार को चलाया जा सकता है। क्रैंकशाफ्ट एक मिनट में जितनी बार घूमती है, उसकी जानकारी आरपीएम से मिलती है। इसे रेवोलुशन पर मिनट भी कहा जाता है। जिसे एक्सीलेरेटर की मदद से कम या ज्यादा किया जा सकता है।

 

कहां मिलती है आरपीएम की जानकारी
इंजन से जुड़ी सभी चीजों की जानकारी ड्राइवर को इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर में मिलती हैं। इनमें ही आरपीएम की जानकारी भी शामिल होती है। इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर में मुख्य तौर पर दो बड़े मीटर दिए जाते हैं। जिनमें से एक में कार की स्पीड और दूसरे में आरपीएम की जानकारी मिलती है। आरपीएम मीटर में सामान्य तौर पर जीरो से आठ तक के नंबर होते हैं। जिनसे आरपीएम की जानकारी ली जाती है।
 
प्रदर्शन पर असर
आरपीएम का कार के प्रदर्शन पर भी असर होता है। कम स्पीड में कार की आरपीएम भी कम होती है और ज्यादा स्पीड में कार की आरपीएम भी ज्यादा होती है। ज्यादा स्पीड में कार को चलाते हुए क्रैंकशाफ्ट भी ज्यादा तेजी से घूमती है। इसके ज्यादा तेजी से घूमने पर आरपीएम भी ज्यादा दिखाई देती है।

 
एवरेज पर असर
ज्यादा या कम आरपीएम का एवरेज पर सीधा असर होता है। अगर कार को कम आरपीएम पर चलाया जाता है तो इंजन को ज्यादा क्षमता से काम नहीं करना पड़ता और कार का एवरेज भी बेहतर होता है। लेकिन अगर कार को ज्यादा स्पीड में चलाया जाता है तो आरपीएम भी बढ़ती है और कार के इंजन को ज्यादा क्षमता से काम करना पड़ता है। जिसके लिए ज्यादा ईंधन की जरुरत होती है और कार का एवरेज कम हो जाता है।

Next Story