छात्र तिलक लगाकर स्कूल पहुंचे तो स्कूल में नहीं दिया प्रवेश, हिन्दू संगठन ने किया जमकर हंगामा
मध्यप्रदेश के शाजापुर जिले के एक स्कूल में तिलक लगाकर पहुंचे छात्र को प्रवेश नहीं देने का मामला सामने आया है। जब बच्चा तिलक लगाकर स्कूल पहुंचा तो गेट पर रोक लिया गया और तिलक मिटाकर स्कूल में बैठने की बात कही गई। बात फैली तो हिंदू संगठन के कार्यकर्ता जुट गए और जमकर हंगामा किया। पुलिस ने भी मामला शांत कराने की कोशिश की। बाद में स्कूल प्रशासन ने माफी मांगी और हनुमान चालीसा का पाठ कराया तब मामला शांत हुआ।
मामला शाजापुर जिले के अकोदिया थाना क्षेत्र के निजी क्रिश्चियन विद्यालय अल्फोंसा हायर सेकंडरी स्कूल का है। शनिवार को यहां एक छात्र को तिलक लगा कर स्कूल पहुंचा था तो उसे तिलक मिटाकर आने की बात कहकर प्रवेश नहीं दिया गया। बच्चे ने इसकी शिकायत परिजनों से की। इसके बाद परिजन वहां पहुंचे। बाद में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद एवं हिंदू संगठन के लोगों ने विद्यालय परिसर में पहुंचकर हंगामा किया। स्कूल के सभी बच्चे स्कूल प्रबंधन के खिलाफ एकमत होकर हंगामे में शामिल हो गए। हंगामे की सूचना लगते ही अकोदिया पुलिस मौका स्थल स्कूल में पहुंचे। पुलिस को लिखित में शिकायत की गई। सभी बच्चे इस बात पर अड़ गए कि जिन शिक्षकों ने तिलक लगाकर आने वाले बच्चे को रोका उन दोनों शिक्षकों को अभी स्कूल बाहर करें और स्कूल में सर्व धर्म के हिसाब से प्रार्थना हो। इसके बाद स्कूल प्रबंधन ने सभी बच्चों से माफी मांगते हुए स्कूल परिसर में प्रार्थना करवाई प्रार्थना के दौरान हनुमान चालीसा का पाठ भी स्कूल प्रबंधन द्वारा करवाया गया।
मामले को लेकर लिखित शिकायत भी गई। - फोटो : सोशल मीडिया
इस दौरान बच्चों ने स्कूल परिसर में जमकर जय श्रीराम के नारे लगाए और स्कूल प्रबंधन ने भी बच्चों के साथ जय श्रीराम के नारे लगाते हुए हनुमान चालीसा का पाठ किया तब कहीं जाकर मामला शांत हुआ है और सभी बच्चे स्कूल में प्रवेश करने को तैयार हो गए हैं, लेकिन स्कूल प्रबंधन जब तक दोनों शिक्षकों को बाहर का रास्ता नहीं दिखाएंगे तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा। हंगामे के दौरान स्कूल पहुंचे लोगों ने कहा कि विद्यालयों में अनुशासन बनाए रखने के लिए छात्र-छात्राओं को एक-सा गणवेश पहनने के लिए कहा जा सकता है, लेकिन अगर कोई छात्र अपने जन्मदिन, पूजा-पाठ या किसी विशेष अवसर पर तिलक लगाकर विद्यालय आया है, तो उसे तिलक मिटाने के लिए नहीं कहा जा सकता।