नदी से बजरी भरने से रोका तो 2 ठेकाकर्मियों पर किया हमला, टपरी तोड़ी, खाने-पीने के सामान भी चुरा ले गये

भीलवाड़ा बीएचएन। नदी से अवैध रूप से बजरी भरने से रोकने पर करीब तीन दर्जन लोगों ने बजरी ठेकेदार के दो कर्मचारियों पर हमला कर उनकी नाका टपरी को तोड़ दिया और सामान भी चुरा लिये। घटना आसींद थाने के प्रतापपुरा बजरी नाके पर हुई। पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरु कर दी। बता दें कि आसींद इलाके में आये दिन इस तरह की घटनायें हो रही है, लेकिन इनकी रोकथाम के कोई उपाय नहीं किये जा रहे हैं। ऐसे में ये घटनायें कभी भी बड़ा रूप ले सकती है।
आसींद पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार, प्रतापपुरा निवासी सांवरलाल पुत्र दयाराम गुर्जर ने आसींद थाने में धर्मीचन्द गुर्जर (सरपंच प्रतिनिधि), ग्राम पंचायत बोरेला, निवासी जोधा का खेड़ा, मदन लाल पुत्र नानुराम कुमावत प्रतापपुरा, भंवर लाल पुत्र हालु गुर्जर सहित दस नामजद और 20 अन्य व्यक्ति नरेगा मजदूरों के खिलाफ रिपोर्ट दी। सांवरलाल ने रिपोर्ट में बताया कि वह और गौरव धाणक बजरी नाका प्रतापपुरा पर नदी में बजरी ठेकेदार के यहां वर्कर हैं । सुबह करीब 9 बजे के आस-पास परिवादी व गौरव बजरी नाके पर बनी टपरी में बैठे थे, तभी ये आरोपित दो ट्रैक्टर ट्रॉलियों से वहां आये और नदी से जबरन बजरी भरने लगे। गौरव धाणक मौके पर गया और आरोपितों को अवैध रूप से बजरी भरने के लिए मना किया तो उन्होंने गौरव धाणक के साथ अश्लील गाली-गलोच करते हुए धक्का मुक्की और मारपीट की। आरोपित भंवर ने कुल्हाड़ी से जान से खत्म करने की कोशिश की । इस पर परिवादी सांवर बीच-बचाव करने गया । परिवादी व उसके साथी गौरव के साथ मारपीट की। दोनों जान बचाकर टपरी में पहुंच तो आरोपित लाठियां व धारदार हथियार लेकर वहां आ धमके और दोनों पर दुबारा हमला कर दिया। गौरव घाणक मौके से जान बचाकर भागा तभी आरोपितों ने उसका पीछा कियाञ परिवादी की निवास की टपरी को तोड़ दिया और वहां से राशन सामग्री व अन्य सामान चोरी कर ले गये। साथ ही हाथ-पैर तोडऩे व जान स खत्म करने की धमकी भी दी। पुलिस ने सांवर की रिपोर्ट पर केस दर्ज कर लिया।