भीलवाड़ा लोकसभा सीट से अब तक कौन जीते-कौन हारे

भीलवाड़ा। लोकसभा चुनावों के साथ राजस्थान में भी 25 लोकसभा सीटों पर चुनाव होने हैं। भीलवाड़ा लोकसभा क्षेत्र में आठ विधानसभा क्षेत्र आते हैं जो हैं- आसींद, मांडल, सहाड़ा, भीलवाड़ा, शाहपुरा (एससी), जहाजपुर, मांडलगढ़, हिंडोली लोकसभा सीट। भीलवाड़ा से फिलहाल बीजेपी के सुभाष बहेड़िया पिछले दो बार (2014 और 2019) से सांसद हैं।
सीट पर सबसे ज्यादा 17.1 प्रतिशत आबादी अनुसूचित जाति के वोटर्स की है। इसके बाद 10.7 प्रतिशत अनुसूचित जाति के वोटर्स हैं। बौद्ध 0.01 प्रतिशत,ईसाई 0.08 प्रतिशत, जैन 1.43 प्रतिशत, मुस्लिम 4.9 प्रतिशत और सिख 0.18 प्रतिशत. यानी देखा जाए तो सीट पर SC-ST वोटर्स का इस सीट पर दबदबा है।
साल 2011 की जनगणना के मुताबिक, इस सीट पर अनुसूचित जाति के वोटर्स की तादाद 339,818 थी. जबकि अनुसूचित जनजाति की 212,635. मतदाताओं की सूची के मुताबिक, मुस्लिम वोटर्स की आबादी 97,147 है। भीलवाड़ा लोकसभा सीट पर ग्रामीण आबादी 1,597,742 और शहरी आबादी 3,89, 499 है। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में यहां कुल वोटर्स की तादाद 1987241 थी। पिछले आम चुनाव में यहां 65.5 प्रतिशत वोट पड़े थे।
सीट पर कब कौन जीता?
साल 1952 में इस सीट से राम राज्य परिषद के हरि राम नथानी को जीत मिली थी। इसके बाद 1957 में कांग्रेस के रमेश चंद्र व्यास, 1962 में कांग्रेस के केएल श्रीमाली और 1967 में कांग्रेस के रमेश चंद्र व्यास को जीत मिली। 1971 में भारतीय जन संघ के हेमेंद्र सिंह बनेरा, 1977 में जनता पार्टी के रूपलाल सोमानी, 1980 और 1984 में कांग्रेस के गिरधारी लाल व्यास, 1989 में जनता दल के हेमेंद्र बनेड़ा, 1991 में कांग्रेस के शिव चरण माथुर, 1996 में बीजेपी के सुभाष बहेड़िया, 1998 में कांग्रेस के रामपाल उपाध्याय, 1999 और 2004 में बीजेपी के वीपी सिंह बदनोर, 2009 में कांग्रेस के सीपी जोशी और 2014 व 2019 में बीजेपी से सुभाष बहेड़िया ने इस सीट से जीत दर्ज की।
कब किसे कितने मिले वोट?
साल 2004 लोकसभा चुनाव से शुरुआत करें तो उस वक्त बीजेपी के वीपी सिंह बदनोर जीते थे। उनको 3,17,292 वोट मिले थे। जबकि कांग्रेस के कैलाश व्यास को 2,56,640. साल 2009 के लोकसभा चुनाव में बाजी पलटी और कांग्रेस के सीपी जोशी जीत गए। उनको 4,13,128 वोट मिले। बीजेपी के विजयेंद्र पाल सिंह के हिस्से 2,77,760 वोट ही आए। 2014 में मोदी लहर में बीजेपी के सुभाष चंद्र बहेड़िया को 6,30,327 वोट मिले जबकि कांग्रेस के अशोक चंदना को 3,84,053 वोट ही मिल पाए। साल 2019 की प्रचंड मोदी लहर में सुभाष चंद्र बहेड़िया को 9,36,065 वोट मिले जबकि कांग्रेस के राम पाल शर्मा सिर्फ 3,25,145 वोट ही मिल पाए।