30 दिवसीय प्रशिक्षण में महिलाएं हर बारीकी से होंगी रूबरू
राजसमन्द (राव दिलीप सिंह)रेलमगरा उपखंड मुख्यालय स्थित अशोक लीलेंड वाहन प्रशिक्षण केंद्र पर राज्य सरकार की 100 दिवसीय कार्य योजना के तहत महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की योजना के तहत गुरुवार को 30 दिवसीय रोड सेफ़्टी अवेयरनेस एंड लाइट मोटर व्हीकल प्रशिक्षण की शुरुआत की गई। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन जिला परिवहन अधिकारी डॉ कल्पना शर्मा ने किया।
हल्के वाहन प्रशिक्षण हेतु उपस्थित करीब 100 से अधिक महिलाओं को संबोधित करते हुए जिला परिवहन अधिकारी डॉ कल्पना शर्मा ने कहा कि आज के युग में महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही है व ट्रांसपोर्ट क्षेत्र भी ऐसा क्षेत्र है जिसमे संपूर्ण भारत में महिलाएं बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले रही है। जिस तरह आवश्यकता बढ़ी है उसी में वाहन चलाना भी आज के दौर की आवश्यकता है व राज्य की सभी महिलाएं इस संस्थान के निशुल्क वाहन प्रशिक्षण में शामिल होकर नया कौशल सीख सकती है।
संस्थान निदेशक ने बताया कि परिवहन के क्षेत्र में जिस तरह इलेक्ट्रॉनिक वाहनों की बढ़ोतरी हुई है उसी तरह उनको चलाने हेतु भी ड्राइवर की आवश्यकता है। इसी को ध्यान में रखते हुए संस्थान महिलाओं को प्रशिक्षण देगा व उन्हे रोजगार से जोड़ने का लक्ष्य है। 30 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में महिलाओं को वाहन चलाना, सड़क के नियम व अधिनियम, इंजन की जानकारी, सिम्युलेटर सहित ड्राइविंग के बारे मे विस्तार से जानकारी दी जाएगी। कार्यक्रम के पूर्ण होने पर महिलाओं को परिवहन विभाग द्वारा नि शुल्क लाइसेंस एवं प्रमाण पत्र भी दिए जाएंगे जिससे महिलाओं को रोजगार प्राप्त करने में भी सहायता मिलेगी। संस्थान द्वारा महिलाओं को आवासीय एवं गैर आवासीय दोनो तरह के प्रशिक्षण उपलब्ध कराएगा जिसमे अगर बाहर से आकर 30 दिनों तक संस्थान के हॉस्टल में रहकर प्रशिक्षण ले सकेगी
योजना के तहत आगामी वित्तीय वर्ष में राज्य सरकार की मदद से करीब एक हजार महिलाओं को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य है जिससे उन्हें भविष्य में रोजगार से जोड़ा जा सके।