साकरोदा, सुन्दरचा, सांगठकला में बालिकाओ के लिए हुई कार्यशाला बेटियों को बताई शिक्षा की महत्ता
राजसमन्द (राव दिलीप सिंह)बेटी बचाओ बेटी पढाओ अभियान के तहत सामाजिक कार्यकर्ता मीनल पालीवाल द्वारा चलाये जा रहे अभियान के तहत साकरोदा, सुन्दरचा, सांगठकला के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय और विभिन्न स्थानो पर कार्यशालाओ का आयोजन किया गया । कार्यक्रम की अध्यक्षता सांगठकला में प्रधानाचार्य लादू दान चारण, साकरोदा में प्रधानाचार्य रामप्रसाद गुर्जर, सुन्दरचा में प्रधानाचार्य राकेश कुमार मेनारिया ने की । सामाजिक कार्यकर्ता मीनल पालीवाल द्वारा संबोधित करते हुए कहा की आज के दौर की महिलाएं चूल्हे-चौके से लेकर राष्ट्र निर्माण की विभिन्न गतिविधियों में अपनी अहम भूमिका निभा रही हैं। उन्होंने छात्राओं से कहा कि आपको जिसने जन्म दिया है, वो सही मायने में अपराजिता है। आज के दौर में विद्यार्थियों में मोबाइल की लत बढ़ती जा रही है, जबकि किताबी और व्यावहारिक ज्ञान में बच्चे पिछड़ते जा रहे हैं। उन्होंने छात्राओं से मोबाइल का उचित उपयोग करने और व्यावहारिक शिक्षा को बढ़ावा देने की अपील की। साथ ही कहा कि आज छात्र-छात्राओं में जंक फूड का प्रचलन भी बढ़ता जा रहा है इससे उनका बौद्धिक विकास प्रभावित हो रहा है। छात्राओं से सुबह जल्दी उठकर ध्यान करने और शिक्षा को किताबों तक न समेट कर उसे व्यावहारिक रूप में ग्रहण करने , कानून में प्राप्त अधिकारों, यातायात नियमों और नशे के दुष्प्रभावों के बारे में अवगत कराया। आज के समय छात्राओं को अपना लक्ष्य प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए और प्रतियोगी परीक्षाओं से जुड़ी किताबें और मैगजीन पढ़नी चाहिए। कार्यक्रम में मासिक धर्म के दौरान होने वाली समस्याओं के बारे में बताया गया । इस अवसर पर श्वेता वर्मा, सीमा हेड़ा,करुणा नंदवाना, राजेन्द्र सिंह, प्रेमशंकर श्रीमाली, अमृतलाल पालीवाल, भगवत सिंह राठौड़, नार सिंह चौहान, पूर्णा शर्मा, शिवदास वैरागी, रमेशचंद्र भांड, भरत कुमार पालीवाल, धरीज कुमार मेहता, गिरिराज पालीवाल, मोतीलाल कुमावत, लक्ष्मीनारायण पालीवाल, मोना शर्मा, निर्मला शर्मा, प्रमिला उपाध्याय, प्रेमसिंह राठौड़, सुभाष चंद्र नाई, चंद्रशेखर पालीवाल, गुंजन खंडेलवाल, संतोष बाघमारे, दीपसिंह चौहान, भानु कुमार श्रीमाली सहित विद्यालय स्टाफ व छात्राएं उपस्थित थी।