विश्व वन्य जीव दिवस मनाया

हमीरगढ़ ( अल्लाउद्दीन मंसूरी) रविवार को एक तरफ विश्व वन्य जीव दिवस मनाया जा रहा है l वही दूसरी तरफ वन्य जीवो के लिए लेंथाना जाड़ी रोकथाम के प्रति गंभीरता नज़र नहीं आप रही है इसके परिणास्वरूप वन्य जीव क्षेत्र पहले सी आबादी की वजह से सिकुड़ता जा रहा है शेष शुरक्षित है अभी पिछले 10 साल से लेंथाना जाड़ियों का फैलाव निरंतर बढ़ता जा रहा है l जिससे वन्य जीव वनस्पति धोक, बेर जाड़िया,देसी घास परम्परागत आहार धीरे धीरे नष्ट होता जा रहा l जिससे सिकडूते वन क्षेत्र घटते आहार के पौधों से हिरन, सियार, लोमड़ी, जरख, खरगोश, सहेली, तीतर, जैसे कई वन्य जीवों का आहार विहार संकट में पड़ा हुआ है l जाड़ियों के फैलने से इन वन्य जीओ का जीना दुभर हो रहा है l जिससे प्रजनन क्षमता घटती जा रही है l इन सब विपरीत परिस्तियों का नज़ारा हमीरगढ़ इको पार्क में देखा जा सकता हैl जिससे वन विभाग द्वारा वाइड लाइफ कंजूर्वेशन एरिया तो घोषित कर दिया गया है लेकिन इसको अंजाम तक पहुंचनाने के लिए वन्य जीव वन विभाग के सामने लेंथाना जाड़ी, विलयाती बबूल, गाजर घास,जोली फ्लोरा जैसे कई प्रजातियां हमारे वन क्षेत्र में तेजी से फैलती जा रही है l वाइल्ड लाइफ कैंजर्वेशन के पहले इन विदेशी वनस्पतियों से हमारे वन क्षेत्र को बचाना अंत्यंत लाजमी है अन्यथा हमारी योजनाए इन आधारभुत चुनौती के आभाव में सफल होना संदिग्ध लग रही है l आज जो हम विश्व वन्य जीव दिवस बना रहे है इस दिवस की सार्थकता तभी है ज़ब हम पूर्ण ईमानदारी के साथ प्रकृति माता के प्रति सम्पर्पित हो l इसके लिए नदी, तालाब, पहाड़ जैसे प्राकृतिक संसाधनों को अतिक्रमण मुक्त रखकर इन्हे फलीभुत होने दे l जिससे की नदी तालाब में पानी चारो तरफ हरियाली ओर वन्य जीवो में खुशहाली लोट आएगी l तभी ये हमारा पारस्तातिक तंत्र मजबूत हो पायेगा l इसके लिए सरकार द्वारा चलाई जा रहे इन योजनाओं को पूर्ण ईमानदारी निष्टा के साथ जनप्रतिनिधि, साशन, प्रशासन ओर तंत्र योजनाओं को लागु करें l तभी हमारा विश्व वन्य जीव दिवस सार्थक होगा अन्यथा ये हमें सदैव अतीत मीठी यादों के साथ में खलता रहेगा l जय प्रकति माँ l