अफीम काश्तकारों ने राज्य सरकार से की ₹2000 प्रति किलो डोडा चूरा मुआवजे की मांग

By :  vijay
Update: 2024-06-07 08:27 GMT

बिजौलिया (दीपक राठौर)।अफीम काश्तकारों ने आबकारी विभाग द्वारा डोडा चूरा नष्टीकरण व जमीदोज के संबंध में आज मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन उपखंड अधिकारी के मार्फत सोपा।

ज्ञापन के अंतर्गत बताया गया कि राजस्थान व अन्य राज्यों में अफीम उत्पादक किसानों को भारत सरकार अफीम उत्पादन हेतु लाइसेंस जारी किया जाता है अफीम तो भारत सरकार जीवन रक्षक दवाइयां बनाने के लिए निर्धारित मापदंड के अनुसार खरीद लेती हैं पर उसमें बचा हुआ डोडा चूरा 2016 से पूर्व राज्य सरकार द्वारा निर्धारित ठेका पद्धति पर 125 रुपए प्रति किलो खरीदा जाता था जिसे राज्य सरकार ने बंद कर दिया इसी के साथ किसानों का डोडा चूरा नस्टीकरण का आदेश दिया हुआ है व डोडा-चुरा को जमीदोज किया जाता है जिससे किसानों को आर्थिक नुकसान होता है।

इस संबंध में राज्य सरकार से अफीम उत्पादक संघर्ष समिति ने अफीम उत्पादक किसानों को 2000 प्रति किलो के हिसाब से डोडा चूरा का मुआवजा वजन के अनुसार दिया जाए या किसानों को यह अधिकार दिया जाए कि वह अपने खेत में ही इसको हकाई से डिस्प्ले कर दे जिससे भूमि की उर्वरक क्षमता भी बड़े जिससे किसानों को आर्थिक लाभ भी मिल सके।

अफीम उत्पादक संघर्ष समिति का कहना है कि बहुत से किसानों के कच्चे मकान बने हुए हैं जिससे डोडा चूरा को सुरक्षित करना रखना मुश्किल होता है अनेक बार मवेशी खा जाते हैं बारिश में भीग जाता है ऐसे में किसानों का मापदंड के अनुसार डोडा चूरा रखना संभव नहीं है।

वही अफीम उत्पादक संघर्ष समिति का कहना है कि या तो सरकार ₹2000 प्रति किलो के हिसाब से मुआवजा दे या नष्ट करने के आदेश को स्थगित किया जाए या स्वयं किसानों को जमीदोज करने की अनुमति दी जाए जिससे किसान का खेत उपजाऊ बने ओर जैविक खेती का प्रसार भी बढ़े।

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