शराबी टीचर और स्कूल में गुटबाजी के विरोध में छात्र उतरे सड़कों पर श दांथल से टीचर और प्रधानाचार्य को हटाया

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भीलवाड़ा( हलचल) आपने अब तक स्कूलों पर तालाबंदी और विरोध प्रदर्शन शिक्षकों की कमी और अन्य समस्याओं को लेकर छात्रों को विरोध प्रदर्शन करते हुए देखा होगा लेकिन आज दांथल ग्राम में छात्र-छात्राओं नेअलग ही समस्या को लेकर प्रदर्शन किया स्कूल के अध्यापकों में गुटबाजी और विद्यालय समय में शिक्षक शराब पीकर आने से परेशान होकर छात्रों ने आज गांव में रैली निकाली और बाद में स्कूल पर ताला जड़ दिया।

छात्रों का आरोप है कि स्कूल में टीचर्स के दो गुट है और दोनों एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाते हैं।

। सूचना मिलने पर पुलिस और शिक्षा विभाग के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और स्टूडेंट से समझाइश का प्रयास किया लेकिन वह अपनी मांग पर अड़े रहे बाद में विद्यालय की प्रधानाध्यापिका और शारीरिक शिक्षक को एपीओ कर दिया गया तब जाकर मामला शांत हो सका।

दांथल गांव की महात्मा गांधी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के स्टूडेंट ने शनिवार को स्कूल गेट को ताला लगाकर विरोध प्रदर्शन किया। इन्होंने टीचर्स के ऊपर कई गंभीर आरोप लगाए साथ ही स्टूडेंट के साथ गलत बर्ताव करने और आए दिन उन्हें प्रताड़ित करने के भी आरोप लगाए हैं ।

स्टूडेंट के साथ कई ग्रामीण भी विरोध प्रदर्शन में शामिल थे। इनका कहना है कि पिछले कुछ समय से स्कूल का माहौल काफी खराब कर दिया गया है। टीचर्स ने अपने अलग अलग गुट बना रखे हैं और वो आपस में ही एक दूसरे से उलझते रहते हैं। इसका असर बच्चों की पढ़ाई पर भी पड़ रहा है। इन्हें समझाने का प्रयास भी किया गया लेकिन उसके बाद भी इनकी गुटबाजी खत्म नहीं हुई, इसी के चलते आज हमे बच्चों के साथ में विरोध प्रदर्शन पर उतरना पड़ा है।सूचना मिलने के बाद सदर थाना पुलिस और मौके पर पहुंची और साथ ही सुवाना ब्लॉक के मुख्य शिक्षा अधिकारी रामेश्वर जीनगर मोके पर पहुंचे है बच्चों और परिजनों से बातचीत की ।उन्होंने बताया कि फिलहाल स्कूल का ताला खुलवाकर बच्चों को क्लास में बैठा दिया गया है। बच्चों की जो मांगे हैं, उन पर कार्रवाई करते हुए शारीरिक शिक्षक को ब्लॉक मुख्यालय पर लगा दिया गया है और प्रधानाचार्य को हटा दिया गया हे।


दूसरी ओर

महात्मा गांधी अंग्रेजी राजकीय विद्यालय दांथल तहसील सुवाना जिला भीलवाड़ा में अनुशासनहीनता करने वाले दो व्याख्याता एवं एक वरिष्ठ अध्यापक के खिलाफ कार्रवाई करना प्रधानाचार्य को महंगा पड़ा वरिष्ठ अध्यापक गोपाल अग्रवाल एवं व्याख्याता अमित खटीक और श्रीमती प्रमिला बैरागी विद्यालय चलाने में सहयोग नहीं करते हैं और प्रधानाचार्य द्वारा दिए गए आदेशों की निरंतर पिछले 6 माह से अवहेलना कर रहे थे और गुट बनाकर के विद्यालय का वातावरण दूषित कर रहे थे इस संबंध में प्रधानाचार्य द्वारा उच्च अधिकारियों को निरंतर पत्र भेजकर कार्रवाई की मांग की जा रही थी जब इन दोषियों को विद्यालय से हटा दिया गया तो इन्होंने साजिश रचकर विद्यालय का वातावरण खराब करने के लिए गांव में घूम कर गांव वालों और विद्यार्थियों को विद्यालय प्रशासन एवं विद्यालय की तालाबंदी के लिए उकसाया मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी ने बिना कोई जांच किए एक पक्ष कार्रवाई करते प्राकृतिक न्याय के विरुद्ध जाकर दोषी शिक्षकों को वापस यहां लगाने की मंशा से विद्यालय में ईमानदारी से कार्य कर रहे स्टाफ एवं प्रधानाचार्य को हटाने की कार्यवाही करने का आरोप प्रधानाच्री भारती सामरिया ने लगाया हे।

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