राष्ट्रीय जी.एम.नीति बनाने की मांग, मुख्यमंत्री-कृषि मंत्री के नाम दिया ज्ञापन
भीलवाडा BHN
ग्राम समितियो के माध्यम से सक्रिय किसान संगठन ’’भारतीय किसान संघ’’ के जिलाध्यक्ष भैरूलाल आचार्य, जिलामंत्री लादूलाल जाट, प्रदेश अफीम आयाम प्रमुख भा.कि.स.राजस्थान प्रदेश बद्रीलाल जाट, प्रान्त विधि प्रमुख भा.कि.स. चित्तौड प्रान्त के भानूलाल गुर्जर, प्रान्त मंत्री भा.कि.स.चित्तौड प्रान्त के ओमप्रकाश आमेटा ने संयुक्त रूप से मुख्यमंत्री-कृषि मंत्री के नाम ज्ञापन शहर विधायक दामोदर अग्रवाल को सौंप बताया कि आज तक किसी भी जी.एम.फसल में अधिक उपजाउ वाले जीन का उपयोग नहीं हुआ है, झूठा भ्रम फैलाकर उपजाउ बोलना वेज्ञानिक धोखा है, भारत जैसे देश में इतनी अस्थिरता पर फसल का कोई स्थान नहीं है यह तकनीकी अपरिवर्तनीय है न सुधार योग्य वाला होने के कारण भारत की खेती में इसको कोई स्थान नहीं मिलना चाहिए।
कपास की सभी जैव विविधता बी.टी.कपास खा चुका है । इतनी अयोग्यता के बावजूद भ्रम फैल रहे है एवं 100 प्रतिशत झूठ बोलकर कुतर्क का सहारा लेकर भ्रमित कर रहे है । जीएम फसलो के सबसे बडे उत्पादक देश अपने उत्पादको को 80 प्रतिशत जानवरो को खिला रहे है तथा 20 प्रतिशत से इथीनाल बनाते है ।
जिलाध्यक्ष भैरूलाल आचार्य ने बताया कि 21 अगस्त 2020 को एफएसएसएआई ने एक नोटिफिकेशन जारी कर लिखा कि खाद्य और खाद्य उत्पादक विदेश से आयात को नॉन जीएम एवं नॉन जीएम सोर्स सर्टिफिकेट के साथ भेजना आवश्यक है। फिर भी सर्वोच्च न्यायालय को गुमराह कर बता रहे है ’’हम आयातीत जी.एम. तेल खा रहे है ऐसा बोलना कितना न्यायसंगत है यह विचारणीय प्रश्न है।
भारतीय किसान संघ के प्रतिनिधि के नाते हम सरकार से मांग करते है कि देश हित में, किसान हित में, पर्यावरण हित में, जैव विविधता हित में, देशवासियो के स्वास्थ्य के हित में ऐसी फसल भारत में प्रवेश न करने दें अन्यथा मजबूर होकर भारतीय किसान संघ के बैनर तले जन आदंोलन करने को मजबूर होना पडेगा जिसकी समस्त जवाबदारी सरकार जिला प्रशासन की होगी । ज्ञापन देने वालो में प्रमुख रूप से जिलाध्यक्ष भैरूलाल आचार्य, जिलामंत्री लादूलाल जाट, प्रदेश अफीम आयाम प्रमुख भा.कि.स.राजस्थान प्रदेश बद्रीलाल जाट, प्रान्त विधि प्रमुख भा.कि.स. चित्तौड प्रान्त के भागुलाल गुर्जर, प्रान्त मंत्री भा.कि.स.चित्तौड प्रान्त के ओमप्रकाश आमेटा सहित भीलवाडा जिले भर की पंचायत समितियो के कई प्रतिनिधि उपस्थित थे ।