गोविंद से मिलने के लिए भगवान के नाम का जाप जरूरी - महंत मोहन शरण

भीलवाड़ा । श्री निबार्क पारमार्थिक सेवा ट्रस्ट एवं ओम शांति सेवा संस्थान वृद्धाश्रम के तत्वावधान में मंगरोप रोड स्थित वृद्धाश्रम में चल रहे श्रीमद् भागवत कथा ज्ञानयज्ञ के छठे दिन कथा वाचक निंबार्क आश्रम के महंत मोहन शरण शास्त्री ने ने कहा कि कर्म करते रहो फल की इच्छा मत करो, भगवान निश्चित रूप से आपके कर्म के अनुसार आपको फल देंगे। कई लोग कहते हैं कि हम भगवान का नाम क्यों लेवे हमें भगवान दिखता नहीं। भगवान हमें दिखे ना दिखे लेकिन हमें भगवान देख रहा है इस बात का विशेष रखे। भगवान का नाम हमेशा जपते रहे, यही हमें गोविंद से मिलाएगा। व्यक्ति को जीवन में कभी भी घमंड नहीं करना चाहिए। भगवान एक पल में हर व्यक्ति का घमंड तोड़ देते हैं। कितना ही बड़ा विद्वान और तपस्वी हो घमंड करने पर भगवान उसके घमंड को चूर-चूर कर देते हैं। रावण का घमंड भगवान श्री राम ने चूर-चूर किया। कंस का घमंड भगवान श्री कृष्ण ने चूर-चूर किया। भगवान के सामने घमंड किसी का नहीं चलता है।
कथा के छठे दिन महारास, गोपी गीत प्रसंग, कंस मर्दन, रूकमणी मंगल प्रसंग का वर्णन करते हुए उन्होंने कहा कि भगवान श्री कृष्ण का बचपन अद्भुत और चमत्कारी घटनाओं से भरा हुआ है। उनकी बाल लीलाएँ भक्तों के हृदय को आनंद और प्रेम से सराबोर कर देती हैं। माखन चोरी के बारे म कृष्ण की सबसे प्रिय लीलाओं में से एक है। वे अपने सखाओं के साथ मिलकर गोपियों के घरों से चोरी-छिपे माखन खाते थे। कालिया नाग मर्दन के बारे में उन्होंने बताया कि यमुना नदी को विषैला करने वाले कालिया नाग का दमन करना भगवान कृष्ण की अद्भुत पराक्रम लीला है।
गोवर्धन पर्वत उठाना इंद्र के प्रकोप से गोकुलवासियों को बचाने के लिए भगवान कृष्ण ने अपनी छोटी उँगली पर विशाल गोवर्धन पर्वत को उठा लिया। यह लीला उनकी दिव्य शक्ति और भक्तों की रक्षा करने की उनकी करुणा को दर्शाती है।
रुक्मणी विवाह प्रसंग में उन्होंने कहा कि यह प्रसंग सच्चे प्रेम, भक्ति और भगवान पर अटूट विश्वास का प्रतीक है। यह दर्शाता है कि जो भक्त सच्चे हृदय से भगवान को पुकारते हैं, भगवान उनकी रक्षा अवश्य करते हैं और उनकी इच्छा पूर्ण करते हैं।
समिति के नेहा- विपिन दीक्षित ने बताया कि कथा के दौरान छठे दिन कृष्ण रुक्मणी विवाह की आकर्षक झांकी सजाई गई जो श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र रही मंगल गीत गाए गए और भगवान कृष्ण के बारात लाने का दृश्य तो काफी भाव विभोर करने वाला रहा। सांतवें अंतिम दिन सुदामा चरित्र, फुलों की होली खेली जाएगी।
आयोजन समिति की नीलम दिनेश शर्मा ने बताया कि कथा के दौरान गंगापुर सहाड़ा विधायक लादू लाल पितलिया, शहर विधायक अशोक कोठारी, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रशांत मेवाड़ा, भरतपुर से गुरदीप सिंह, हिमाचल की मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सुनील ककड़, भागचंद मीणा, राधेश्याम चेचानी, राजेंद्र कचोलिया, फतेह लाल जैथलिया, सत्यनारायण मुंदड़ा, राधेश्याम सोमानी, अनिल बोरदिया, पंकज सूर्या आदि ने संत श्री का माल्यार्पण कर अभिनंदन किया। संत श्री ने सभी को दुपट्टा पहन कर आशीर्वाद दिया। मंच संचालन डॉक्टर एस के शर्मा ने किया।