सुंदरकांड पाठ में बताया जीवन का सार, चित्रकूट धाम में उमड़े हजारों भक्त
भीलवाड़ा। चित्रकूट धाम में बीती रात लगातार 4 घंटे तक चले सुंदरकांड पाठ ने शहर वासियों को हनुमान भक्ति में डुबो दिया। भारत माता के सैनिकों को समर्पित सुंदरकांड पाठ में हजारों भक्त उमड़े। संकट मोचन हनुमान मंदिर के महंत बाबू गिरी महाराज के समिति में मालवा क्षेत्र के गो भक्त, संस्कृति के संवाहक, विहिप एमपी में पंडितों के प्रमुख डॉ. मिथिलेश नागर के श्री मुख से हुए सुंदरकांड पाठ में देर रात तक भक्त झूमते रहे।
इस मौके पर संत मिथिलेश नागर ने कहा कि हम जीवन में कार्य वीर नहीं महावीर बनकर करें। जीवन के कार्य क्षेत्र में व्यापारी रामनाम से कार्य करें , विद्यार्थी पढ़कर राम कार्य करें। पाठ सद्विचार परिवार, भारत विकास परिषद की विवेकानंद, सुभाष, प्रताप, आजाद, शिवाजी, मीरा, भगत सिंह व श्री राम कथा सेवा समिति के संयुक्त तत्वावधान में हुआ। भीलवाड़ा की अनेक सुंदरकांड पाठ की सत्संग मंडलियों ने भाग लिया।
संत मिथिलेश ने आरती व प्रसाद वितरण का महत्व बताया। गजानंद बजाज, रामेश्वर काबरा, मुकुन सिंह राठौड़, पीयूष डाड, भावेश शाह, पंडित अशोक व्यास, कन्हैयालाल स्वर्णकार, श्याम कुमावत, रघु सोडानी, सुरेश लाहोटी, शंकर सोडाणी गोविंद सोडाणी पति ने महाराज श्री का माल्यार्पण कर अभिनंदन किया।