बीजासन माता मंदिर पर लगा मेला, दूर-दूर से ढोक दर्शन करने पहुंचते हैं श्रद्धालु

भीलवाड़ा - दुर्गेश रेगर पीपलूंद राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में स्थित जहाजपुर उपखंड क्षेत्र से करीब 35 किलोमीटर दूर उथरणा गांव में स्थिति विराजमान पौराणिक शक्तिपीठ बीजासन माता का मंदिर स्थित है। जहां पर रविवार को अमावस्या पर बिजासन माता मंदिर पर लगा मेला मेले में सैकड़ों श्रद्धालुओं की काफी भीड़ मेले में उमड़ती है। माता का चमत्कार ऐसा है की लकवा जैसी कई गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीज भी माता रानी के दरबार में अपनी अर्जी लेकर ढोक दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं। मेले में जहाजपुर कस्बे सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्र के अलावा दूर-दूर से श्रद्धालु धार्मिक, पौराणिक, शक्तिपीठ बिजासन माता मंदिर पर पहुंचते हैं। जहां पर मातारानी को मुठडी, नारियल, धूप, अगरबत्ती, पकवान, मिठाई, इत्यादि का भोग लगाकर श्रद्धालु अपने परिवार की सुख समृद्धि व खुशहाली एवं अनेक मनोकामना के साथ श्रद्धालु हाथ जोड़कर प्रार्थना व ढोक दर्शन करते हैं। मान्यता है कि बिजासन माता के प्रकोप के कारण दिव्यांग, गूंगे बहरे, एवं लकवा, जैसी बीमारी से ग्रेसित पीड़ित सैकड़ो श्रद्धालु भी माता के चमत्कार से स्वस्थ हो जाते हैं। दरबार में अपने स्वस्थ होने की कामना के साथ अर्जी लेकर पहुंचते हैं। और जब तक पूरी तरह स्वस्थ नहीं हो जाते हैं तब तक पीड़ित श्रद्धालु माता के दरबार में ही रहते हैं। और सुबह शाम माता के हाजिरी व परिक्रमा लगाते हैं। इसके अलावा माता के दरबार में अन्य गंभीर बीमारियों व रोगों से पीड़ित श्रद्धालु स्वस्थ हो जाते है। बीजासन माता का मंदिर आस्था का केंद्र होने की वजह सुबह से ही मंदिर परिसर पर दिनभर श्रद्धालुओं का आने जाने का तांता लगा रहता है। वही पर मंदिर प्रांगण पर लगी दुकानों से श्रद्धालु खरीदारी करते हैं।