पिपलेश्वर महादेव मंदिर सूचना केंद्र में भक्तिभाव से गूंजेगा राम नाम

भीलवाड़ा | हनुमान भक्तों के लिए अत्यंत हर्ष और श्रद्धा का विषय है कि श्री महावीर हनुमान सेवा संस्थान द्वारा हनुमान जन्मोत्सव के पावन अवसर पर इस वर्ष भी पिपलेश्वर महादेव मंदिर सूचना केंद्र पर अखंड रामायण पाठ एवं सुंदरकांड पाठ का अत्यंत दिव्य आयोजन किया जा रहा है।
इस धार्मिक महोत्सव की शुरुआत 6 अप्रैल को रक्तदान शिविर से हुई, जिसमें बड़ी संख्या में युवाओं एवं श्रद्धालुओं ने भाग लेकर मानव सेवा का उदाहरण प्रस्तुत किया।
मुख्य आयोजन 12 अप्रैल 2025, शनिवार को प्रातः 8:00 बजे से शुरू होगा, जब पूजा-अर्चना के साथ अखंड रामायण पाठ प्रारंभ किया जाएगा। यह अखंड पाठ 24 घंटे निरंतर चलेगा और 13 अप्रैल की सुबह 8:00 बजे पूर्ण होगा। तत्पश्चात सुंदरकांड पाठ का आयोजन होगा, जो हनुमान भक्तों के लिए विशेष रूप से प्रेरणादायक और शक्तिप्रदायक रहेगा। अंत में सभी श्रद्धालुओं को महाप्रसादी एवं प्रसाद वितरण किया जाएगा।
संस्थान द्वारा यह परंपरा वर्षों से निभाई जा रही है, और प्रत्येक शनिवार को नियमित रूप से सुंदरकांड पाठ का आयोजन किया जाता है, जो क्षेत्र के भक्तों के बीच एक विशेष स्थान रखता है।
अखंड रामायण पाठ और सुंदरकांड पाठ का धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व
अखंड रामायण पाठ जीवन में धर्म, मर्यादा, संयम और सेवा जैसे गुणों की स्थापना करता है। यह पाठ न केवल वातावरण को पवित्र करता है, बल्कि परिवार एवं समाज में सुख-शांति और समृद्धि भी लाता है।
सुंदरकांड हनुमान जी की अडिग भक्ति, साहस और चमत्कारों से युक्त है। इसका पाठ जीवन में उत्साह, आत्मबल और विजय की भावना भरता है। मान्यता है कि सुंदरकांड का पाठ संकटों का नाश करता है और मनोकामनाओं की पूर्ति करता है।
संस्थान पदाधिकारियों की अपील और सहभागिता
संस्थान के अध्यक्ष श्री राजेंद्र मूंदड़ा ने कहा, “श्री हनुमान जन्मोत्सव एक ऐसा पर्व है, जो हमें आत्मचिंतन, सेवा और श्रद्धा के मार्ग पर अग्रसर करता है। यह आयोजन केवल धार्मिक नहीं, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक चेतना का माध्यम भी है।”
संस्थान के सचिव श्री परमेश्वर शर्मा ने बताया, “हमारा प्रयास है कि समाज में हर वर्ग तक भक्ति और सेवा का संदेश पहुंचे। इस आयोजन में हर आयु वर्ग के लोग हिस्सा लेते हैं, जिससे एक अद्भुत एकता और आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार होता है।”
संस्थान के प्रचार-प्रसार मंत्री श्री कृष्ण गोपाल शर्मा ने विस्तार से जानकारी देते हुए कहा, “हमारा उद्देश्य केवल आयोजन करना नहीं, बल्कि जन-जन तक हनुमान जी की भक्ति और रामायण की शिक्षाओं को पहुँचाना है। सोशल मीडिया और जनसंपर्क के माध्यम से अधिकाधिक लोगों को जोड़ा जा रहा है, ताकि श्रद्धा और सेवा का यह पर्व जनआंदोलन का रूप ले।”
भक्तों से अनुरोध
श्री महावीर हनुमान सेवा संस्थान समस्त श्रद्धालुओं से आग्रह करता है कि इस पुण्य अवसर पर अधिक से अधिक संख्या में सपरिवार पधारें, रामकथा का श्रवण करें और हनुमान जी की कृपा के सहभागी बनें।