मांडल में श्मशान घाट की बदहाली, अंतिम संस्कार से पहले बुलानी पड़ी जेसीबी
भीलवाड़ा। मांडल के ब्यावर रोड स्थित धोला भाटा श्मशान घाट की बदहाली एक बार फिर सामने आई है। हाल ही में एक मृतक के अंतिम संस्कार के दौरान परिजनों को पहले जेसीबी बुलाकर श्मशान घाट की सफाई करानी पड़ी, उसके बाद ही क्रियाकर्म संपन्न हो सका। इस घटना से ग्रामीणों में गहरा रोष व्याप्त है।
कस्बे के भट्ट परिवार के एक सदस्य के निधन के बाद जब परिजन और ग्रामीण अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाट पहुंचे तो वहां की स्थिति देखकर सभी हैरान रह गए। श्मशान परिसर में जगह-जगह बबूल के पेड़ और झाड़ियां उगी हुई थीं तथा चारों ओर गंदगी फैली हुई थी। दाह संस्कार के लिए न तो समुचित स्थान था और न ही साफ-सफाई की कोई व्यवस्था।
मजबूरी में परिजनों और समाज के लोगों को अपने खर्च पर जेसीबी मंगवानी पड़ी। जेसीबी की सहायता से श्मशान घाट में फैली झाड़ियों और गंदगी को हटाया गया, जिसके बाद मृतक का अंतिम संस्कार किया जा सका।
ग्रामीणों का कहना है कि धोला भाटा श्मशान घाट की यह स्थिति कोई नई बात नहीं है। लंबे समय से इसकी साफ-सफाई और रखरखाव की अनदेखी की जा रही है। इस संबंध में कई बार संबंधित विभाग और पंचायत को अवगत कराने के बावजूद अब तक कोई स्थायी समाधान नहीं हो पाया है।
स्थानीय लोगों ने इस अव्यवस्था के लिए प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की उदासीनता को जिम्मेदार ठहराया है। ग्रामीणों ने मांग की है कि श्मशान घाट की नियमित सफाई करवाई जाए, अंग्रेजी बबूल को हटाया जाए और मूलभूत सुविधाओं का विकास किया जाए, ताकि भविष्य में किसी भी परिवार को इस तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।
