जुलाई में थमी ऑटो सेक्टर की रफ्तार, कुल वाहन पंजीकरण 4.31% हुआ कम, ये है वजह

By :  vijay
Update: 2025-08-07 06:23 GMT
जुलाई में थमी ऑटो सेक्टर की रफ्तार, कुल वाहन पंजीकरण 4.31% हुआ कम, ये है वजह
  • whatsapp icon

भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार के लिए जुलाई 2025 का महीना निराशाजनक रहा। फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, जुलाई में कुल वाहन पंजीकरण में 4.31% की सालाना गिरावट आई है। इस गिरावट के पीछे FADA ने पिछले साल की ऊंची बिक्री (high base effect) और लगातार हो रही बारिश को मुख्य कारण बताया है।

FADA के अध्यक्ष सी.एस. विग्नेश्वर ने इस बारे में बात करते हुए कहा, "जुलाई में बिक्री में गिरावट का मुख्य कारण पिछले साल का असामान्य 'बेस' है। जुलाई 2024 में, भीषण गर्मी के बाद हुई जोरदार बारिश ने बिक्री में तेजी ला दी थी, जिसके कारण इस साल तुलनात्मक रूप से गिरावट देखने को मिल रही है।"

किस सेगमेंट पर क्या रहा असर?

टू-व्हीलर (Two-Wheelers): इस सेगमेंट को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। दोपहिया वाहनों की बिक्री में सालाना 6.48% और मासिक आधार पर 6.28% की गिरावट दर्ज की गई है। FADA ने बताया कि लगातार बारिश और खेतों में बुवाई के काम के चलते ग्रामीण इलाकों में लोगों की आवाजाही कम रही, जिससे खरीदारी टल गई।

* यात्री वाहन (Passenger Vehicles): यात्री वाहनों की बिक्री में भी सालाना आधार पर 0.81% की मामूली गिरावट देखी गई, हालांकि महीने-दर-महीने इसमें 10.38% की वृद्धि हुई है। इस सेगमेंट में डीलरों के पास 55 दिनों का स्टॉक जमा है, जो कि एक चिंता का विषय है।

* कमर्शियल वाहन (Commercial Vehicles): कमर्शियल वाहनों के लिए यह महीना मिला-जुला रहा। इस सेगमेंट में सालाना 0.23% और मासिक आधार पर 4.19% की हल्की वृद्धि दर्ज की गई।

* ट्रैक्टर (Tractors): ट्रैक्टर सेगमेंट ने सभी को चौंकाते हुए शानदार प्रदर्शन किया है। जुलाई में ट्रैक्टर की बिक्री में सालाना 10.96% और मासिक आधार पर 14.9% की जबरदस्त उछाल देखने को मिली।

आगे क्या हैं उम्मीदें?

FADA को उम्मीद है कि अगस्त का महीना ऑटो बाजार के लिए बेहतर साबित होगा। राखी, जन्माष्टमी, स्वतंत्रता दिवस और गणेश चतुर्थी जैसे आने वाले त्योहारों से बिक्री में तेजी आने की संभावना है। एक सर्वे के मुताबिक, 59% डीलरों को अगस्त में बिक्री बढ़ने की उम्मीद है, जबकि केवल 9% डीलरों ने गिरावट की आशंका जताई है।

हालांकि, FADA ने कुछ संभावित जोखिमों को भी उजागर किया है, जैसे भारतीय निर्यात पर अमेरिका का 25% टैरिफ, रुपये का गिरना और बढ़ती आयात लागत, जो ग्राहकों के आत्मविश्वास को प्रभावित कर सकते हैं। FADA अध्यक्ष विग्नेश्वर ने कहा, "हम अगस्त में सावधानीपूर्वक आशावादी हैं। मानसून और त्यौहारों से मांग बढ़ेगी, लेकिन निर्यात-टैरिफ और मौसम से जुड़ी अनिश्चितताओं पर भी नजर रखना रूरी है।"

जुलाई की इस गिरावट के बावजूद, अप्रैल से जुलाई 2025 तक, कुल खुदरा बिक्री 2.79% बढ़कर 85.24 लाख यूनिट हो गई है, जो कि एक सकारात्मक संकेत है। इस अवधि में थ्री-व्हीलर, यात्री वाहन और ट्रैक्टर सेगमेंट में अच्छी वृद्धि दर्ज की गई है।

Similar News