सेंसेक्स 182 अंक चढ़ा, निफ्टी 23450 के पार

By :  vijay
Update: 2024-06-14 11:29 GMT

घरेलू शेयर बाजार में हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन हरे निशान पर क्लोजिंग हुई। इससे पहले एचडीएफसी बैंक, रिलायंस और एमएंडएम के शेयरों में मजबूती से बेंचमार्क इंडेक्स नए हाई पर पहुंचे। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 181.87 (0.23%) अंकों की बढ़त के साथ 76,992.77 पर बंद हुआ। दूसरी ओर, निफ्टी 66.70 (0.29%) अंक मजबूत होकर 23,465.60 के स्तर पर बंद हुआ।

 शुक्रवार के कारोबारी सत्र के बाद सेंसेक्स के 30 शेयरों का हाल


निफ्टी के टॉप गेनर्स और टॉप लूजर्स शेयर ये रहे

निर्यात के सकारात्मक आंकड़ों से भी बाजार को मजबूती मिली। लगातार तीसरे सत्र में बाजार बढ़त के साथ रिकॉर्ड ऊंचाई पर बंद हुए। कारोबारी सत्र के दौरान सेंसेक्स 270.4 अंकों या 0.35 प्रतिशत की बढ़त के साथ 77,081.30. के स्तर तक पहुंचा। इंट्राडे के दौरान एनएसई निफ्टी 91.5 अंक या 0.39 प्रतिशत मजबूत होकर 23,490.40 पर पहुंचा।

सेंसेक्स की 30 कंपनियों में महिंद्रा एंड महिद्रा, टाइटन, एचडीएफसी बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, अल्ट्राटेक सीमेंट, बजाज फाइनेंस, एक्सिस बैंक, टाटा मोटर्स और एशियन पेंट्स के शेयरों ने सबसे अधिक बढ़त हासिल की। दूसरी ओर, टेक महिंद्रा, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, विप्रो, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, लार्सन एंड टुब्रो और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के शेयरों में सबसे अधिक गिरावट आई।

देश का निर्यात और आयात बढ़ा, जानिए कितना रहा व्यापार घाटा?

सरकार की ओर से शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार मई 2024 में देश का निर्यात पिछले साल के इसी महीने के आंकड़े 34.95 अरब डॉलर की तुनना में 9 प्रतिशत बढ़कर 38.13 अरब डॉलर का हो गया। मई महीने में देश के आयात में भी इजाफा हुआ। यह मई 2023 के 57.48 अरब डॉलर की तुलना में 7.7 प्रतिशत बढ़कर 61.91 अरब डॉलर हो गया। मई महीने में भारत का व्यापार घाटा 23.78 अरब डॉलर रहा। मूडीज रेंटिंग ने गुरुवार को कहा है कि भारत 2024 में एशिया-प्रशांत क्षेत्र में सबसे तेज गति से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बना रहेगा। भारत पिछले वर्ष घरेलू स्तर संचालित अपनी गति को कायम रखेगा।

एशियाई बाजारों में सोल, टोक्यो और शंघाई बढ़त के साथ बंद हुए, वहीं हॉन्ग-कॉन्ग का बाजार गिरावट के साथ बंद हुआ। यूरोपीय बाजार में गिरावट के साथ करोतार होता दिखा। वहीं अमेरिकी बाजार में गुरुवार को मिले-जुले रुख के बीच क्लोजिंग हुई।

एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों ने गुरुवार को 3,033 करोड़ रुपये के शेयर शेयर बेचे। वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.12 प्रतिशत की गिरावट के साथ 82.65 प्रति बैरल के भाव पर पहुंच गया।

रुपया डॉलर के मुकाबले दो पैसे कमजोर हुआ

रुपया शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले एक सीमित दायरे में करोबार करता दिखा। हफ्ते के आखिरी करोबारी दिन रुपया 2 पैसे की गिरावट के साथ 83.56 रुपये पर बंद हुआ। घरेलू बाजार के सकारात्मक प्रदर्शन और क्रूड ऑयल की कीमतें कम होने से बाजार को सहारा मिला। हालांकि, अमेरिकी डॉलर में मजबूती और एफआईआई की बिकवाली के कारण रुपया हरे निशान पर बंद नहीं हो पाया। इससे पहले गुरुवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 6 पैसे की गिरावट के साथ 83.54 के स्तर पर बंद हुआ था। मुद्रा कारोबारियों के अनुसार फेडरल ओपन मार्केट कमिटी (एफओएमसी) की बैठक और फेड चेयरमैन की टिप्पणी के बाद रुपये में डॉलर की तुलना में लचीलापन दिखा।

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