भारत में कार बिक्री में बढ़ोतरी की रफ्तार अब हो रही है धीमी, सियाम के जून के आंकड़ों से खुलासा

By :  vijay
Update: 2024-07-12 13:00 GMT

भारत में घरेलू कार बिक्री जून 2023 की तुलना में इस साल जून में तीन प्रतिशत बढ़ी है।जुलाई के महीने में ढेरों ऑफर और छूटों ने सभी मूल्य सीमा (प्राइस बैंड) और बॉडी टाइप में यात्री वाहनों (पैसेंजर्स व्हीकल्स) (पीवी) को ज्यादा किफायती बना दिया है। और इन पहलों के पीछे एक डर है कि बिक्री के मामले में, दुनिया के सबसे बड़े वाहन बाजार में कारों की बिक्री में अब गिरावट आ रही है।

सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) के जून बिक्री आंकड़ों के अनुसार, देश के घरेलू बाजार में पीवी सेगमेंट (थोक बिक्री) में 3.37 लाख यूनिट्स बिकीं। जबकि 2023 के इसी महीने में 3.27 लाख यूनिट्स बिकी थीं। हालांकि अभी भी तीन प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई है। हो सकता है कि साल-दर-साल बढ़ोतरी के दिन अब लद गए हों।

सियाम के आंकड़ों से पता चलता है कि जून के महीने में कार निर्माताओं से डीलरों को 3,37,757 यूनिट्स डिस्पैच हुए। जबकि जून 2023 में 3,27,788 यूनिट्स डिस्पैच हुए थे। और जबकि दोपहिया और तिपहिया वाहनों का बाजार मजबूत हुआ है। लेकिन कार निर्माताओं के बीच चिंता बरकरार है।

लगभग हर प्रमुख कार निर्माता ने बीते महीनों और तिमाहियों में रिकॉर्ड बिक्री दर्ज की। 2023 के पिछले साल भारत में कार की बिक्री रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई थी। लेकिन यह काफी हद तक माना जाता था कि इस ऊंचाई को 2024 में हासिल करना या पार करना मुश्किल होगा।

दिलचस्प बात यह है कि कारों की बिक्री में मजबूत प्रदर्शन के साथ बिक्री का कुछ हिस्सा 2024 की पहली तिमाही में भी जारी रहा। लेकिन दूसरी तिमाही 2024 में प्रदर्शन कहीं ज्यादा धीमा रहा है। संभवत: छूट और अन्य ग्राहक-केंद्रित पहलों की वजह यही है।

भारतीय कार बाजार का भविष्य क्या है?

सियाम के अध्यक्ष विनोद अग्रवाल ने कहा कि मानसून पर सकारात्मक दृष्टिकोण और आगामी त्योहारी सीजन जैसे कारकों के कारण कुल मिलाकर ऑटोमोबाइल बाजार अच्छा प्रदर्शन करने की संभावना है। लेकिन क्या त्योहार कार निर्माताओं के चेहरे पर मुस्कान लाएंगे?

वर्ष 2024 में अब तक 2023 की तुलना में कम नए या अपडेटेड कार मॉडल लॉन्च हुए हैं। एक आम धारणा है कि बाजार फिलहाल उतना गुलजार नहीं है, जितना पिछले साल था। यह एक धारणा है जिसे फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (फाडा) द्वारा पहले बताया गया था। जब उसने कार निर्माताओं से डीलरशिप लेवल पर कम ग्राहक पूछताछ पर ध्यान देने का आग्रह किया था।

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