केंद्रीय मंत्री की मुश्किलें बढ़ी; कोर्ट पहुंचा मामला, मुसलमानों की भावना आहत करने का आरोप
केंद्रीय मंत्री ललन सिंह की मुश्किलें बढ़ सकती है। उनकीे खिलाफ मुजफ्फरपुर कोर्ट में सामाजिक कार्यकर्ता तमन्ना हाशमी ने लिखित शिकायत की है। कोर्ट ने पिटिशन स्वीकार लिया है। अब कोर्ट चार दिसंबर को इस मामले की सुनवाई करेगी। दायर परिवाद में ललन सिंह पर आरोप लगाया है कि उन्होंने मुस्लिम समुदाय के लोगों में जदयू में विश्वास और आस्था को ठेस पहुंचाया है। इससे मुसलमानों की भावनाएं आहत हुई हैं। कोर्ट से अपील है कि वह इस मामले को गंभीरता से ले और इस मामले पर कड़ी कार्रवाई करे।
केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने दिया था यह बयान
केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने मुजफ्फरपुर में कहा था कि अल्पसंख्यक समाज के लोग नीतीश कुमार को नहीं देते हैं वोट।कुछ लोग कहते हैं कि पहले नहीं देते थे अब दे रहे हैं। सभी जानते हैं कि नीतीश कुमार ने अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के लिए क्या-क्या नहीं किया। यह जानते हुए कि वोट नहीं देते हैं फिर भी नीतीश कुमार उनके लिए काम करते हैं।
एआईएमआईएम ने कहा- मुसलमानों की अनदेखी की जा रही है
एआईएमआईएम के विधायक अख्तरुल ईमान ने कहा कि नीतीश सरकार को मुसलमानों के लिए किए गए काम पर श्वेत पत्र जारी करना चाहिए। ललन सिंह ने अपने बयान के जरिए किसी धर्म विशेष को निशाना बनाया है जो कि संविधान के खिलाफ है। उनका चरित्र सामने आ गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि मुसलमानों की अनदेखी की जा रही है। इधर, राजद नेता अख्तरुल इस्लाम शाहीन ने कहा कि ललन सिंह जदयू से ज्यादा आजकल भाजपा के लिए काम कर रहे हैं। उनकी भाषा बता रही है कि वे अब भाजपा के हो गए हैं। लोकसभा में भी उन्होंने भाजपा के पक्ष में खड़ा होकर वक्फ बिल का समर्थन किया। सीएम नीतीश कुमार भी भाजपा के सामने झुक गए हैं।