हॉट सीट नई दिल्ली पर त्रिकोणीय मुकाबला, तीनों उम्मीदवारों के बायोडाटा में 'मुख्यमंत्री' शब्द

By :  vijay
Update: 2025-01-04 11:41 GMT

दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीख अभी घोषित नहीं हुई है, लेकिन तीनों ही प्रमुख राजनीतिक दलों कांग्रेस, भाजपा और आप ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। भाजपा ने भी शनिवार को अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। इससे पहले कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) की सूची आ चुकी है। इस चुनाव में वैसे तो कई सीटों पर तगड़ा मुकाबला होने के आसार हैं, मगर 'नई दिल्ली' विधानसभा क्षेत्र 'हॉट सीट' बन गया है। वजह, ये एकमात्र ऐसी सीट है, जहां पर चुनाव लड़ रहे सभी उम्मीदवारों के बायोडाटा में 'मुख्यमंत्री' शब्द लिखा है। पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल यहां से चुनाव मैदान में हैं तो दूसरी ओर दिल्ली की तीन बार मुख्यमंत्री रहीं शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित इस बार कांग्रेस टिकट पर यहां से चुनाव लड़ रहे हैं। तीसरे उम्मीदवार प्रवेश वर्मा हैं, जो पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के पुत्र हैं। खास बात ये है कि प्रवेश वर्मा और संदीप दीक्षित दोनों पूर्व लोकसभा सांसद रहे हैं।

 बता दें कि अन्ना आंदोलन के बाद 2013 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को 28 सीटें मिली थीं। उस वक्त केजरीवाल ने नई दिल्ली सीट से चुनाव लड़ा था। उन्होंने तीन बार की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को हराया था। इसके बाद 2015 और 2020 के चुनाव में भी केजरीवाल ने इसी सीट से जीत दर्ज कराई थी। 2013 के बाद से लेकर अब तक इस सीट पर 'आप' का कब्जा रहा है। दिल्ली के 2015 और 2020 के चुनाव में कांग्रेस पार्टी का खाता तक नहीं खुल सका था। इस बार कांग्रेस पार्टी ने भी पूरे दमखम के साथ चुनाव मैदान में उतरने का निर्णय लिया है। यही वजह रही कि पार्टी ने चुनाव की घोषणा से पहले ही अपने उम्मीदवारों की सूची जारी करनी शुरु कर दी।

नई दिल्ली सीट से कांग्रेस पार्टी ने पूर्व सांसद एवं शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित को मैदान में उतारा है। पार्टी को भरोसा है कि संदीप यहां से अरविंद केजरीवाल को कड़ी टक्कर दे सकते हैं। वे दो बार लोकसभा सांसद भी रहे हैं। संदीप बताते हैं, देखिये अब 'आप' और 'भाजपा' को लोग अच्छी तरह जान चुके हैं। लोगों को यह बात मालूम हो गई है कि मौजूदा सरकार कुछ नहीं कर रही। शीला दीक्षित के समय में बनी योजनाओं को आगे बढ़ा रही है। दिल्ली में कहां पर नए स्कूल और कालेज बने हैं। संदीप ने बताया, इस चुनाव में कांग्रेस पार्टी अपना वो वोट बैंक, जिस पर 'आम आदमी पार्टी' ने कब्जा कर लिया था, वापस हासिल करने में सफल होगी।

शीला दीक्षित ने अपनी मेहनत और विकास के बल पर दिल्ली में रहने वाले दलित समुदाय, मुस्लिमों और दूसरे वर्गों को कांग्रेस पार्टी के साथ जोड़ा था। इन वर्गों ने लंबे समय तक पार्टी का साथ दिया। बाद में झूठ और छलावे से 'आप' ने इन वर्गों को कांग्रेस से दूर कर दिया। इस चुनाव में वे सब लोग, कांग्रेस में घर वापसी करेंगे, जिन्होंने 'आप' के चक्कर में फँस कर कांग्रेस पार्टी से दूरी बना ली थी।

दूसरी तरफ भाजपा के प्रत्याशी प्रवेश वर्मा भी हैवीवेट कैंडिडेट माने जा रहे हैं। हालांकि इस सीट से उनका कोई ऐसा लगाव नहीं रहा, जिस तरह संदीप दीक्षित का रहा है। प्रवेश वर्मा को प्रधानमंत्री मोदी और पार्टी की रणनीति पर भरोसा है। 2015 के चुनाव में पीएम मोदी ने दिल्ली में कई रैलियां की थीं। उन्होंने केजरीवाल पर जमकर हमला बोला था। तब भाजपा को बुरी हार मिली थी। 2020 के चुनाव में मोदी ने दिल्ली विधानसभा के चुनाव में प्रचार से दूरी बना ली। अब एक बार फिर पीएम मोदी सक्रिय दिखाई दे रहे हैं। शुक्रवार को उन्होंने दिल्ली की आप सरकार पर निशाना साधा। आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर प्रधानमंत्री मोदी ने अशोक विहार में एक बड़ी जनसभा को संबोधित किया था। उन्होंने 4500 करोड़ रुपए की कई परियोजनाओं का उद्धाटन और शिलान्यास किया। इसमें अशोक विहार में बने 1,675 फ्लैट्स का भी उद्घाटन भी शामिल है। मोदी, रविवार को भी रोहिणी में होने वाली परिवर्तन रैली में कई घोषणाएं कर सकते हैं।

पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल भी कई दिनों से लगातार कोई न कोई नई घोषणा कर रहे हैं। उनका कहना है कि वे ईमानदार हैं। केंद्र सरकार ने दिल्ली में विकास को रोकने का हर संभव प्रयास किया। कई हथकंडे अपनाए गए। इसके बावजूद उन्हें उम्मीद है कि विधानसभा चुनाव में दिल्ली की जनता एक बार फिर 'आप' को विजयी बनाएगी।

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