एनसीबी ने 10 करोड़ की नशीली दवाओं के साथ तस्कर को किया गिरफ्तार

By :  vijay
Update: 2024-07-19 15:05 GMT

मेफेड्रोन ड्रग को कोड नाम के तहत 'म्याऊं-म्याऊं' कहा जाता है। मेफेड्रोन कोई दवा नहीं, बल्कि पौधों के लिए बनी सिथेंटिक खाद है, लेकिन इसका सेवन करने से हेरोइन और कोकीन से भी ज्यादा नशा होता है |शुक्रवार को नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) मुंबई की टीम एक तस्कर को पकड़ा। तस्कर के पास से 10 करोड़ की नशीली दवा पांच किलोग्राम मेफेड्रोन बरामद की गई। बताया गया कि यह दवा अंतरराज्यीय तस्करी के तहत हैदराबाद से मुंबई लाई गई थी। एनसीबी मामले की जांच कर रही है। एनसीबी अधिकारियों ने बताया कि एक खुफिया सूचना के आधार पर कार्रवाई की गई। तस्कर से पूछताछ की जा रही है।

यह होता है मेफेड्रोन

मेफेड्रोन ड्रग को कोड नाम के तहत 'म्याऊं-म्याऊं' कहा जाता है। मेफेड्रोन कोई दवा नहीं, बल्कि पौधों के लिए बनी सिथेंटिक खाद है, लेकिन इसका सेवन करने से हेरोइन और कोकीन से भी ज्यादा नशा होता है। नशे के कारोबारी इसकी खपत के लिए कॉलेजी छात्र-छात्राओं तथा पार्टी में जाने वाले युवाओं को निशाना बनाते हैं। 'म्याऊं-म्याऊं' के सौदागर फेसबुक प्रोफाइल पर ऐसे युवाओं को तलाशते हैं, जो पार्टी या क्लब में जाना पसंद करते हैं। यह ड्रग बहुत ही सस्ता है।


यह होते हैं दुष्प्रभाव

दूसरे ड्रग्स की तरह ही मेफेड्रोन से भूख, मांसपेशियों में खिंचाव, शरीर कांपना, सिरदर्द, घबराट, हाई बल्ड प्रेशर, पेशाब में कठिनाई, शरीर के तापमान में बदलाव और हाथ नील पड़ने जैसे दुष्प्रभाव होते हैं। लत लगने के बाद इसे बार-बार और ज्यादा से ज्यादा मात्रा में लेने की इच्छा होती है। जब लोग इसे ज्यादा मात्रा में लेना शुरू कर देते हैं तो वह डिप्रेशन का शिकार हो जाते हैं।

गृहमंत्री ने दिए थे निर्देश

गुरुवार को केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने दिल्ली के देशभर के नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के अधिकारियों के साथ बैठक की थी। इस दौरान उन्होंने सख्ती से कहा था कि भारत में एक ग्राम भी नशीली दवा की आपूर्ति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा था कि ड्रग्स की आपूर्ति शृंखला के प्रति सख्त कार्रवाई की जाए। इसकी मांग में कमी लाने के लिए रणनीतिक दृष्टिकोण और नुकसान में कमी लाने के लिए मानवीय दृष्टिकोण अपनाया जाए। गृहमंत्री ने कहा कि यदि कोई नशीली दवा देश में भूमि, जल और वायु मार्ग के जरिये आती है तो उस पर नजर रखी जाए और अंतिम बिंदु तक जांच करके इसकी तस्करी का भंडाफोड़ किया जाए।

Similar News