सुप्रीम कोर्ट से आसाराम को राहत, मेडिकल आधार पर मिली 31 मार्च तक अंतरिम जमानत
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने आसाराम बापू को बड़ी राहत देते हुए उन्हें 31 मार्च तक अंतरिम जमानत प्रदान की है। यह निर्णय चिकित्सा आधार पर लिया गया है, जिसमें आसाराम के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए जमानत दी गई। आसाराम पर यौन शोषण का गंभीर आरोप है, और वे लंबे समय से जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद हैं। हालांकि, उनकी जमानत याचिका पर अभी कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है, और मामले की आगे की सुनवाई मार्च के बाद होगी।
साल 2013 में आसाराम पर कई गंभीर आरोप लगे। तभी एक नाबालिग लड़की के साथ यौन उत्पीड़न का मामला सामने आया। जोधपुर पुलिस ने आसाराम को एमपी से गिरफ्तार किया। तब से आसराम जेल में बंद है।
इस मामले में आसाराम को 2018 में इस मामले में दोषी ठहराया गया और उन्हें उम्रभर की सजा सुनाई गई। इसके अलावा, उनके खिलाफ कई और कानूनी मामले भी चल रहे थे, जिनमें अपहरण, धोखाधड़ी और अपराधों के आरोप थे।
उनकी प्रतिष्ठा विवादों और कानूनी लड़ाइयों के कारण बुरी तरह प्रभावित हुई। हालांकि, उनके अनुयायी अभी भी उनकी शिक्षाओं और उनके बारे में विश्वास करते हैं, परंतु उनकी छवि अब एक कुख्यात गुरु के रूप में सामने आई है।