25 रुपये में महाशिवरात्रि पर सोमनाथ महादेव को चढ़ाइए बिल्व पत्र, 3.5 लाख लोग करा चुके पंजीकरण

प्रथम ज्योतिर्लिंग भगवान सोमनाथ महादेव का मंदिर गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र में है। महाशिवरात्रि पर यहां बिल्व पत्र चढ़ाना बहुत शुभ और सर्वकार्यसिद्धि कराने वाला माना जाता है। लेकिन यदि व्यस्तता या किसी अन्य कारण से आप महाशिवरात्रि पर सोमनाथ नहीं पहुंच सकते तो तकनीक ने इस काम को आसान कर दिया है। आप सोमनाथ मंदिर के ट्रस्ट की वेबसाइट पर जाकर केवल 25 रुपये में सोमनाथ महादेव को बिल्व पत्र अर्पित कर सकते हैं। आपकी तरफ से भुगतान होने के बाद तय मुहूर्त में सोमनाथ मंदिर के पुजारी और अन्य कर्मचारी आपकी तरफ से भगवान सोमनाथ महादेव को बिल्व पत्र अर्पित करेंगे और इसका पुण्य आपको प्राप्त होगा।
सोमनाथ मंदिर ट्रस्ट से मिली जानकारी के अनुसार अब तक 3.5 लाख से अधिक लोगों ने महाशिवरात्रि पर भगवान सोमनाथ को बिल्व पत्र चढ़ाने के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया है। इसमें देश के हर कोने से लोग शामिल हैं। बड़ी संख्या में विदेशों में रह रहे भारतीयों और सनातन धर्म में विश्वास रखने वाले लोगों ने बिल्व पत्र पूजा के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया है।
लोगों में ऑनलाइन दर्शन-पूजा का बढ़ता चलन देखते हुए सोमनाथ मंदिर ट्रस्ट ने ऑनलाइन पूजा के कई विकल्प उपलब्ध कराए हैं। इसमें 25 रुपये में भगवान सोमनाथ महादेव को बिल्व पत्र अर्पित करने के साथ-साथ 200 रुपये में रुद्राभिषेक पूजा सहित दर्जनों विकल्प मौजूद हैं। भक्त अपनी रुचि के अनुसार किसी भी पूजा के अनुसार भुगतान कर अपने नाम से मंदिर परिसर में पूजा करवा सकते हैं। इस शुल्क में भक्तों के नाम से पूजा करवाने के साथ साथ उनके घर पर मंदिर का प्रसाद भेजना भी शामिल है।
सोमनाथ महादेव मंदिर में एक विशेष पूजा पार्थिवेश्वर महादेव की भी की जाती है। इसमें सोमनाथ मंदिर के निकट अरब सागर के तट के किनारे बालू से भगवान का शिवलिंग स्थापित किया जाता है और उसकी पूजा की जाती है। पूजा के पश्चात सब कुछ उसी मिट्टी में मिला दिया जाता है। यह इस बात का संकेत है कि मनुष्य पांच तत्त्वों से मिलकर बना है और अपनी इहलीला समाप्त करने के बाद मानव इन्हीं पंचभूतों में समाहित हो जाता है और स्वयं मृत्यु के देवता भगवान शिव के श्री चरणों को प्राप्त हो जाता है।
42 घंटे अबाध दर्शन
महाशिवरात्रि की सुबह चार बजे से ही भगवान शिव की पूजा-अर्चना शुरू हो जाएगी। भगवान सोमनाथ महादेव पूरे दिन भक्तों को दर्शन देते रहेंगे। महाशिवरात्रि के चारों प्रहर में भगवान की विशेष पूजा और विशेष आरती की जायेगी। यह दर्शन-पूजा अनवरत 42 घण्टे तक चलती रहेगी। इस दौरान दिन-रात भक्त दर्शन और प्रसाद चढ़ा सकेंगे।
पिछले वर्ष आए थे 1.5 लाख भक्त
पिछले वर्ष के महाशिवरात्रि के अवसर पर सोमनाथ मंदिर महादेव में लगभग 1.5 लाख लोग आए थे। बेहद छोटी आबादी वाले मंदिर के स्थानीय शहर के लिए यह संख्या भी बड़ी थी। लेकिन इस वर्ष सोमनाथ मंदिर ट्रस्ट ने मंदिर के पास ही विशेष महोत्सव की शुरुआत की है। ऐसे में अनुमान है कि इस वर्ष यहां पहुंचने वाले भक्तों की संख्या कई गुनी बढ़ सकती है।
प्रशासन सतर्क
महाशिवरात्रि पर भक्तों की भारी भीड़ का अनुमान देखते हुए ट्रस्ट और स्थानीय प्रशासन सतर्क हो गया है। सुरक्षा में लगे अधिकारियों की संख्या दोगुनी कर दी गई है। भारी भीड़ होने पर भक्तों को सुरक्षा चक्र के कई घेरे से गुजरना होगा जिससे किसी तरह की अनहोनी न होने पाए। महाशिवरात्रि के अवसर पर वीआईपी के कारण कोई अव्यवस्था न उतपन्न हो, इसके लिए विशेष व्यवस्था की गई है। वीआईपी लोगों के लिए एक अलग लाइन बनाई गई है लेकिन वे भी सामान्य लोगों के साथ-साथ ही दर्शन करेंगे।