'अब वक्फ का नोटिस नहीं डराएगा', मोदी बोले- सामाजिक न्याय की ओर बड़ा कदम

By :  vijay
Update: 2025-04-08 18:27 GMT
अब वक्फ का नोटिस नहीं डराएगा, मोदी बोले- सामाजिक न्याय की ओर बड़ा कदम
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 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि वक्फ संशोधन कानून के बाद अब वक्फ की पवित्र भावना की रक्षा होगी और गरीब, पसमांदा मुसलमान, महिलाएं और बच्चे सभी के हक सुरक्षित रहेंगे. पीएम मोदी ने यह बात सीएनएन-न्यूज 18 के राइजिंग भारत समिट में वक्फ पर अपनी पहली राजनीतिक प्रतिक्रिया देते हुए कही. उन्होंने कहा, "कांग्रेस को तुष्टिकरण की राजनीति के कारण सत्ता मिली, और कुछ कट्टरपंथी नेताओं को दौलत, लेकिन आम मुसलमानों को क्या मिला? उन्हें मिला उपेक्षा, अशिक्षा, बेरोजगारी और मुस्लिम महिलाओं को शाहबानो जैसा अन्याय."

वक्फ कानून की अहमियत

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अब वक्फ के माध्यम से गरीब और पसमांदा मुसलमानों, महिलाओं और बच्चों के अधिकार सुरक्षित होंगे. उन्होंने संसद को बधाई दी और कहा कि इस कानून से वक्फ की पवित्र भावना की रक्षा होगी, और अब किसी कमजोर को वक्फ के नोटिस से डरने की जरूरत नहीं होगी.

वक्फ पर संसदीय बहस

पीएम मोदी ने यह भी बताया कि वक्फ विधेयक पर संसद में चर्चा हमारे इतिहास की दूसरी सबसे लंबी चर्चा थी. इस विधेयक पर दोनों सदनों में 16 घंटे तक चर्चा हुई, जिसमें 38 बैठकें और 128 घंटे का विचार-विमर्श हुआ. देश भर से लगभग 1 करोड़ ऑनलाइन सुझाव भी प्राप्त हुए. यह दर्शाता है कि लोकतंत्र केवल संसद तक सीमित नहीं है, बल्कि जनता की सक्रिय भागीदारी से मजबूत हो रहा है.

भारत की तेज़ तरक्की

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वैश्विक चुनौतियों के बावजूद भारत ने तेजी से तरक्की की है और एक दशक में अपनी अर्थव्यवस्था का आकार दोगुना कर लिया है. उन्होंने कहा कि जो लोग सोचते थे कि भारत धीरे-धीरे बढ़ेगा, वे अब देख रहे हैं कि भारत तेजी से और निडरता से आगे बढ़ रहा है.

भारत के युवा और उनकी महत्वाकांक्षाएं

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत के अभूतपूर्व विकास में देश के युवा की महत्वपूर्ण भूमिका है. उनकी महत्वाकांक्षाएं और आकांक्षाएं देश की प्रगति का कारण हैं. उन्होंने यह भी कहा कि भारत अब दुनिया की 11वीं सबसे बड़ी से 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है और जल्द ही तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा.

मुद्रा योजना से रोजगार का विस्तार

प्रधानमंत्री मोदी ने मुद्रा योजना का जिक्र करते हुए बताया कि पिछले 10 वर्षों में इस योजना के तहत बिना गारंटी के 52 करोड़ लोन दिए गए. इससे 11 करोड़ लोगों को पहली बार स्वरोजगार के लिए लोन मिला. यह अभूतपूर्व गति और पैमाना था, जिसने देश में रोजगार के अवसर बढ़ाए.

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