नई दिल्ली संसद के शीतकालीन सत्र के आठवें दिन राष्ट्रगीत वंदे मातरम पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चर्चा की शुरुआत की। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमें गर्व करना चाहिए कि दुनिया के इतिहास में कही पर भी वंदे मातरम जैसा कोई भावगीत नहीं रहा। प्रधानमंत्री ने कहा, वंदे मातरण हमारी प्रेरणा है। आजादी के दीवानों ने जो सपने देखे थे। उन सपनों को पूरा करने के लिए वंदे मातरम हम सबके लिए प्रेरणा बने।
पीएम मोदी ने क्यों कहा- लगता है कांग्रेस ने आउटसोर्स कर दिया
चर्चा के दौरान पीएम मोदी के संबोधन के बीच विपक्ष के सांसदों की ओर से हंगामा करने की कोशिश की गई। इस दौरान खास बात यह रही कि हंगामे की ये कोशिश कांग्रेस सांसदों की ओर से नहीं की गई। प्रधानमंत्री ने इस पर चुटकी लेते हुए कहा, 'लगता है, कांग्रेस ने आउटसोर्स कर दिया है।' उन्होंने कहा कि 'दुर्भाग्य से कांग्रेस नीतियां अभी भी वैसी ही हैं। इतना ही नहीं अब INC चलते-चलते MMC हो गया है।'
'चुनौतियों से ही राष्ट्र का चरित्र उजागर होता है'
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी और जिन जिन के नाम के साथ कांग्रेस जुड़ा है, वो सभी वंदे मातरम पर विवाद खड़ा करने की कोशिश करते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा किसी भी राष्ट्र का चरित्र चुनौतियों से उजागर होता है। प्रधानमंत्री ने कहा, 'वंदे मातरम ने करोड़ों देशवासियों को एहसास कराया कि यह लड़ाई किसी जमीन के टुकड़े के लिए नहीं थी। यह सत्ता के सिंहासन को कब्जा करने के लिए नहीं थी। यह गुलामी की बेड़ियों को मुक्त कर हजारों वर्षों की महान संस्कृति और गौरवपूर्ण इतिहास के पुनर्जन्म के संकल्प की लड़ाई थी।'
प्रधानमंत्री ने कहा, 'अक्तूबर में कोलकाता में हुए फैसले के बाद कांग्रेस पहले वंदे मातरम पर समझौता करने के लिए झुकी इसके बाद देश को बंटवारे का दंश भी झेलना पड़ा। वही कांग्रेस आज भी वंदे मातरम को लेकर विवाद कर रही है।' उन्होंने कहा कि समाजिक सद्भाव की आड़ में किए गए फैसले के आधार पर कांग्रेस ने तुष्टीकरण की राजनीति को बढ़ावा दिया। जिन्ना के विचारों का समर्थन किया गया।