राहुल गांधी ने हरियाणा में गुटबंदी पर लगाई लगाम, हुड्डा और शैलजा के हाथ मिला दिया बड़ा संदेश

By :  vijay
Update: 2024-09-30 13:18 GMT

कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी सोमवार को हरियाणा में चुनावी रथ यात्रा निकाल रहे हैं। हरियाणा विधानसभा चुनाव के अंतिम दिनों में ताबड़तोड़ प्रचार के लिए भाई-बहन की जोड़ी चुनावी समर में उतरी है। सुबह नारायणगढ़ में जनसभा के बाद उनकी रथ यात्रा शुरू हुई। इस दौरान मंच पर राहुल गांधी ने एकजुटता का भी संदेश दिया। उन्होंने मंच पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कुमारी सैलजा का हाथ मिलवाया।

पूरे दिन में दोनों नेताओं ने तीन जिलों अंबाला, यमुनानगर और कुरुक्षेत्र की छह विधानसभाओं को कवर किया। चर्चा है कि 3 अक्तूबर तक वे रथ यात्रा में प्रचार करेंगे। इसमें पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा, प्रदेशाध्यक्ष उदयभान और सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा भी साथ हैं।

कांग्रेस ने रणनीति के तहत रैलियों की बजाय यात्रा का प्लान किया है, ताकि अधिक से अधिक विधानसभा क्षेत्रों तक पहुंचा जा सके। यात्रा के रूट प्लान से अंदाजा लगाया जा सकता है कि कांग्रेस अपने दुर्ग को और मजबूत करने के साथ भाजपा के गढ़ में सेंध लगाने की तैयारी में है। 2019 के चुनाव में नारायणगढ़, साढौरा, लाडवा और मुलाना में कांग्रेस को जीत मिली थी और पहले से भी यहां पार्टी मजबूत रही है।

इसलिए यहां से रथ यात्रा निकालने का मकसद है कि इन सीटों पर पार्टी और मजबूत हो और कार्यकर्ताओं में जोश भरा जा सके। भाजपा ने सीएम नायब सिंह सैनी को लाडवा से उतारा है, इसलिए ये हॉट सीट है। शाहाबाद में जजपा विधायक रामकरण काला कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं और यहां मजबूत प्रत्याशी हैं।

थानेसर पिछले दस साल से भाजपा का गढ़ है। गौरतलब है कि पीएम नरेंद्र मोदी ने सबसे पहले कुरुक्षेत्र में रैली करके हरियाणा में चुनाव प्रचार का आगाज किया था। कुरुक्षेत्र इसलिए भी महत्वूपर्ण है, क्योंकि यहां से सांसद भाजपा के हैं। भाजपा के इसी गढ़ में सेंध लगाने के लिए यहां राहुल और प्रियंका गांधी की जनसभा तय की गई है।

छोटी पार्टियों का रिमोट भाजपा के पास

राहुल गांधी ने कहा कि हरियाणा में छोटी-छोटी पार्टियों का रिमोट भाजपा के पास है। विचारधारा की ये लड़ाई केवल कांग्रेस और भाजपा के बीच है। एक तरफ न्याय है और दूसरी तरफ अन्याय है। एक तरफ किसानों, गरीबों, मजदूरों का हित है और दूसरी तरफ अडानी-अंबानी का हित है।

युवाओं की जेब से छीने गए पैसे

राहुल गांधी ने कहा कि मैं अमेरिका गया। वहां मैंने देखा कि एक छोटे से कमरे में हरियाणा के 15-20 युवा रह रहे हैं। उन्होंने मुझे कहा कि आप हरियाणा में हमारे परिवार से मिलिए, क्योंकि हम 10 साल अपने परिवार से नहीं मिल पाएंगे। मैंने फिर पूछा कि यहां आने में कितने पैसे लगे और पैसे कहां से आए? उन्होंने कहा कि यहां आने में 50 लाख रुपए लग गए हैं, जो खेत बेचकर या ब्याज पर पैसे लेकर जुटाए गए हैं। मतलब... उन युवाओं की जेब से 50 लाख रुपये छीने गए क्योंकि हरियाणा में उन्हें रोजगार नहीं मिल सका।

कृषि कानूनों पर किया सवाल

कृषि कानूनों पर राहुल गांधी ने कहा कि मोदी सरकार नया कानून बनाती है और कहती है- किसानों के लिए कानून बनाए गए हैं। अगर ऐसा है तो सारे किसान इसके खिलाफ सड़क पर क्यों आए? क्योंकि किसान जानते हैं-अब हमारी जेब से एक और तरीके से पैसा छीना जाएगा।

बेरोजगारी का मुद्दा उठाया

राहुल गांधी ने अपने भाषण में बेरोजगारी का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि हरियाणा का युवा अमेरिका क्यों जा रहा है। राहुल गांधी ने कहा कि यहां से युवा 50-50 लाख रुपये देकर जान जोखिम में डालकर विदेश जा रहे हैं।

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