इस साल की आखिरी सोमवती अमावस्या आज… इसके बाद 2026 तक करना होगा इंतजार
इस साल की आखिरी पौष माह की अमावस्या आज हैं। सोमवार का दिन होने से ये सोमवती अमावस्या भी रहेगी। इस दृष्टि से इसका काफी महत्व रहेगा।
पंडित विक्रम सोनी ने बताया, एक संयोग यह भी है कि 2025 में पूरे साल भर और 2026 में 19 मार्च तक सोमवती अमावस्या का योग घटित नहीं होगा।
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार सोमवार 30 दिसंबर को धनु राशि में चंद्र के साथ देव पितृ कार्य सोमवती अमावस्या का पर्व होगा। शास्त्रों में इस दिन दानपुण्य, तीर्थ स्नान के लिए विशेष शुभकारी माना जाता है।इस अमावस्या के बाद संवत 2082 में (19 मार्च 2026 तक) सोमवार को अमावस्या का योग घटित नहीं होगा। वर्तमान संवत 2081 के उत्तरार्ध में 29 मार्च 2025 को शनिवार के दिन देव पितृ कार्य शनिश्चरी अमावस्या का योग घटित होगा।
विशेष फलकारी रहेगी सोमवती अमावस्या
पंडित अरविंद दाधीच ने बताया कि धार्मिक मान्यता के अनुसार देव पितृकार्य सोमवती अमावस्या को विशेष फलकारी माना गया है। जिन जातकों की कुंडली में अमावस्या दोष होता है, उन्हें इस दिन दर्श शांति वैदिक विधि-विधान से कराना चाहिए।
इस दिन गंगा, नर्मदा आदि पवित्र नदियों में स्नान करने का भी महत्व है। पितरों के तर्पण, श्राद्ध के लिए जरूरतमंदों को वस्त्र दान, अन्न दान आदि को भी शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन किए गए दान-पुण्य का अनंत गुना फल मिलता है।