हरतालिका तीज पर जरूर करें ये 4 काम, वैवाहिक जीवन की परेशानियों से मिलेगा छुटकारा

By :  vijay
Update: 2024-08-27 14:53 GMT

हरतालिका तीज का पर्व प्रतिवर्ष भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि पर मनाया जाता है। इस साल यह त्योहार 6 सितंबर को मनाया जाएगा। हरतालिका तीज के दिन माता पार्वती और भगवान शंकर की पूजा की जाती है। इस दिन सुहागिन महिलाएं पति की लंबी उम्र और अखंड सौभाग्य की कामना के साथ व्रत रखती हैं और पूजा करती हैं। ये पर्व कुंवारी कन्या के लिए भी बहुत खास होता है। कुंवारी लड़कियां अच्छे वर की कामना के लिए इस व्रत को रखती हैं। इस दिन व्रत रखने वाली महिलाएं करवा चौथ की ही तरह शाम को चंद्रोदय के बाद चंद्रमा को अर्घ्य देकर व्रत तोड़ती हैं। इस व्रत में सुहागिन महिलाएं माता गौरी से सौभाग्यवती होने का आशीर्वाद मांगती हैं। अक्सर ऐसा होता है कि बहुत सी महिलाएं अपने वैवाहिक जीवन में कई समस्याओं का सामना कर रही होती हैं। ऐसे लोगों के लिए हरतालिका तीज का ये पर्व बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है। जो महिलाएं अपने वैवाहिक जीवन से परेशान हैं, वो 6 सितंबर को पूजा के अलावा कुछ उपाय भी कर सकती हैं, जिन्हें करके आप वैवाहिक जीवन में वापस खुशियां प्राप्त कर सकती हैं। साथ ही जिन जातकों के विवाह में अड़चन आ रही है, उन्हें भी इन उपायों के बारे में जानना चाहिए। आइए अब उन उपायों के बारे में विस्तार से जानते हैं।

हरतालिका तीज व्रत वाले दिन शिव जी और मां पार्वती विधि-विधान से पूजा करें। आखिर में हरतालिका तीज से संबंधित व्रत कथा जरूर सुनें और उसके बाद माता पार्वती को खीर का भोग लगाएं। इस खीर को प्रसाद स्वरूप अपने पति को जरूर खिलाएं। इससे पति-पत्नी का रिश्ता मजबूत होता है। साथ ही दांपत्य जीवन सुखमय बनता है।

हरतालिका तीज के दिन सुहागिन महिलाएं निर्जला व्रत रखें और शाम में सोलह शृंगार करके अपने आस-पास किसी भी शिव के मंदिर में जल चढ़ाएं। इसके बाद 'ॐ गौरी शंकराय नमः मंत्र' का जाप करें। साथ ही संभव हो तो, मां पार्वती को लाल रंग की चुनरी अर्पित करें, वहीं चुनरी में अपनी श्रद्धानुसार 7, 11, या 21 रुपये बांधें। पूजा संपन्न करने के बाद चुनरी में बंधे हुए पैसों के अपने पास रख लें। मान्यता है कि इससे दांपत्य जीवन में खुशियां बनी रहती हैं।

कुंवारी कन्याएं अगर मनचाहा वर चाहती हैं तो इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और फिर भगवान शिव और माता पार्वती के मंदिर जाएं। मंदिर में माता पार्वती और भगवान शिव को लाल गुलाब के फूल चढ़ाएं। इसके बाद नंदी और भगवान शिव को शहद चढ़ाएं। फिर मां पार्वती से मनचाहे वर के लिए प्रार्थना करें। माना जाता है कि ऐसा करने से देवी पार्वती की कृपा होती है और मनचाही मुराद पूरी होती है।

हरतालिका तीज के दिन पूजा संपन्न करने के बाद कम से कम पांच बुजुर्ग सुहागिन महिलाओं को श्रद्धानुसार कुछ कपड़ों का दान करें। साथ ही उनसे सौभाग्यवती होने का आशीर्वाद लें। धार्मिक मान्याताओं के मुताबिक इससे दांपत्य जीवन में खुशियां बनी रहती हैं।

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