दूसरों को भूलकर भी न बताएं ये बातें, छिपाकर रखने में ही है भलाई
विदुर महाभारत काल में एक महत्वपूर्ण किरदार थे. उन्हें योद्धा के रूप में नहीं एक महात्मा के रूप में याद किया जाता है. भीष्म पितामह और धृतराष्ट्र को जब सलाह की जरूरत होती थी, तो महात्मा विदुर ही देते थे. उन्हें योद्धा के रूप में नहीं बल्कि नीतिज्ञ के रूप में याद किया जाता है. उनकी नीतियां लोगों का मार्गदर्शन करती हैं. उनकी नीतियों को जो भी व्यक्ति अपने जीवन में अनुसरण करता है, वह एक दिन जरूर सफल होता है. ऐसे में उन्होंने बताया है कि इंसान को अपने जीवन की कुछ बातों को भूलकर भी किसी से नहीं बतानी चाहिए. इन बातों को छिपाकर रखने में ही भलाई होती है. यह व्यक्ति को शांत और खुशहाल जीवन जीने में मदद करता है.
विदुर नीति के अनुसार, इंसान को अपने निजी दुख किसी से भी साझा नहीं करनी चाहिए, क्योंकि यह इंसान के दुख को कम करने के बजाय बढ़ाने का ही काम करते हैं. इसके अलावा, इंसान को अपनी कमजोरियां भी किसी के साथ शेयर नहीं करनी चाहिए. कमजोरियां पता चलने पर इंसान कभी भी उसका गलत फायदा उठा सकता है.
महात्मा विदुर कहते हैं कि इंसान को अपने निजी जिंदगी के झगड़े, घर के विवाद और क्लेश को भी किसी को नहीं बताना चाहिए. इससे परिवार और घर के सदस्यों की इज्जत कम होती है, क्योंकि लोग पारिवारिक कलह को कम करने के बजाय बढ़ाने का ही काम करते हैं.
इंसान को अपने भविष्य की योजनाओं और महत्वाकांक्षाओं को किसी के साथ साझा नहीं करना चाहिए. अपने जीवन के लक्ष्य को गुप्त ही रखना चाहिए, क्योंकि लोग आपकी योजनाओं में बाधा उत्पन्न करने का काम कर सकते हैं. जिसकी वजह से बना बनाया काम भी बिगड़ सकता है.
महात्मा विदुरके मुताबिक, घर की आर्थिक स्थिति कभी भी किसी को नहीं बतानी चाहिए. चाहे आप अमीर हो या गरीब किसी से भी पैसों से जुड़ी जानकारी किसी के साथ नहीं शेयर करनी चाहिए. अगर आप अमीर होंगे तो भी लोग कठिनाइयां पैदा करेंगे और गरीब होंगे तब तो और परेशानियां खड़ी करेंगे.
अगर कोई इंसान आपको अपनी कुछ बातें बताता है, तो उसके विश्वास को कभी नहीं तोड़ना चाहिए. महात्मा विदुर कहते हैं कि दूसरों की बातों को भूलकर भी अन्य लोगों से शेयर नहीं करनी चाहिए. अगर आप ऐसा करते हैं, तो आप किसी के भी विश्वास पात्र नहीं रह जाते हैं