राष्ट्रीय जनजाति महोत्सव में आज बिरसा मुण्डा नाट्य प्रस्तुति
उदयपुर, । पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र द्वारा भगवान बिरसा मुण्डा के 150वीं जयंती पर राष्ट्रीय जनजाति महोत्सव का आगाज शुक्रवार को शिल्पग्राम के मुक्ताकाशी रंगमंच पर सायं 6 बजे सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ हुआ। जिसमें मुख्य अतिथि मन्नालाल रावत सांसद उदयपुर, विशिष्ठ अतिथि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी उदयपुर डॉ. एस.एल. बामणिया थे।
पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र उदयपुर के निदेशक फुरकान खान ने बताया कि भगवान बिरसा मुण्डा के 150वीं जयंती पर आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय जनजाति महोत्सव का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। केन्द्र के उपनिदेशक कार्यक्रम पवन अमरावत, सहायक निदेशक दुर्गेश चांदवानी तथा कार्यक्रम अधिशाषी हेमंत मेहता ने अतिथियों का पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया।
राष्ट्रीय जनजाति महोत्सव के प्रथम दिन सांस्कृतिक कार्यक्रम में लोक कलाकारों ने अपनी रंगारंग प्रस्तुतियों से दर्शकों का दिल जीत लिया। देशभर से करीब 150 कलाकार इसमें सम्मिलित हुए। राजस्थान से गवरी, सहरिया स्वांग, आदिवासी गैर, गुजरात से राठवा, महाराष्ट्र से सौंगी मुखौटे, गोवा से कुणबी, मध्यप्रदेश से पंथी, छत्तीसगढ़ से गौर-मारिया, कर्मा नृत्य, दमण-दीव से तारपा नृत्य की प्रस्तुति दी गई। इस अवसर पर कलाप्रेमियों के साथ ही केन्द्र के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।
साथ ही शनिवार 16 नवंबर को बिरसा मुण्डा के जीवन पर आधारित नाट्य प्रस्तुति बिरसा मुण्डा का मंचन शिल्पग्राम के दर्पण सभागार में सायं 7 बजे किया जाएगा। इस कार्यक्रम में आमजन का प्रवेश निःशुल्क रहेगा।
चित्र प्रदर्शनी का अवलोकन:
पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र उदयपुर द्वारा आयोजित पांच दिवसीय चित्रांकन पेंटिंग शिविर समग्र भारत एक भारत विषय पर शिल्पग्राम में बनाए गए चित्रों की प्रदर्शनी भी लगाई गई। जिसका अवलोकन मुख्य अतिथि मन्नालाल रावत सांसद उदयपुर द्वारा किया गया एवं कलाकारों द्वारा बनाए गए चित्रों की सराहना की।