राजस्थान राज्य में देसी गाय को राज्य माता का दर्जा दिलाने बाबत सौपा मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन

Update: 2024-10-28 11:07 GMT

चित्तौडगढ। राजस्थान राज्य में देसी गाय को राज्य माता का दर्जा प्रदान करावें, क्योंकि सनातन संस्कृति में देसी गाय को गौ माता का दर्जा दिया गया है और वेदों में भी कहा गया है कि गावो विश्वस्य मातर अर्थात गाय संपूर्ण विश्व की माता है और हमारे देश की हिंदू संस्कृति में गाय का अहम योगदान है। पंचगव्य का निर्माण गाय के दूध, दही, घी ,मूत्र, गोबर द्वारा किया जाता है, और पंचगव्य से शरीर के रोगों के प्रति रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, साथ ही ऐसे कई असाध्य रोग है जिसके ईलाज करने में पंचगव्य का और गाय के गो मूत्र, गोबर का विशेष महत्व है, हिंदुओं की विचार शैली, जीवन शैली, और हिंदू संस्कृति का मूल आधार गौ माता है। हिंदू संस्कृति में गाय के शरीर के अंदर 33 करोड़ देवताओं का निवास बताया गया है।

भारतीय संस्कृति में देसी गाय की स्थिति ,मानव जीवन के आधार में देसी गाय के महत्व को देखते हुए और संपूर्ण हिंदू समाज में गाय के प्रति श्रद्धा, विश्वास और मां जैसी अपनत्व की भावना को देखते हुए, राजस्थान सरकार राजस्थान राज्य में देसी गाय को राज्य माता का दर्जा अति शीघ्र प्रदान करने की मांगी की। 

गौ सेना प्रमुख चित्तौड़गढ़ के गोपाल माली के नेतृत्व में ज्ञापन सौपा गया तथा ज्ञापन सौपते समय राज उपाध्याय, गोपाल सालवी, अनिल मेनारिया, प्रकाश गुर्जर, सुजल सेन, राहुल माली, दिव्यांशु, योगेश पारीक, बालु माली, मुकेश गुर्जर, भैरू गुर्जर, प्रकाश माली, किशन सेन एवं समस्त गौसेना कार्यकर्ता आदि उपस्थित थे।

Similar News