उदयपुर से 11 बसों के माध्यम से 500 से अधिक श्रावक-श्राविकाएं बांसवाड़ा पहुंचे

Update: 2025-06-02 13:19 GMT
उदयपुर से 11 बसों के माध्यम से 500 से अधिक श्रावक-श्राविकाएं बांसवाड़ा पहुंचे
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उदयपुर । उदयपुर से 11 बसों के माध्यम के 500 से अधिक श्रद्धालु उदयपुर से बांसवाड़ा पहुंचे, जहां कॉमर्शियल कॉलोनी में प्रवासरत राष्ट्रसंत आचार्यश्री पुलक सागर महाराज को उदयपुर चातुर्मास हेतु पधारने के लिए श्रीफल अर्पित किया । उदयपुर से सेक्टर 4, गायरियावास, सेक्टर 11, सेक्टर 14, आयड़, सर्वऋतु विलास आदि जगह से बसे रवाना हुई । पुलक मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनोद फांदोत ने बताया कि उदयपुर से 500 श्रद्धालु गले में पचरंगी दुपट्टा, हाथों में पचरंगी झंडा और अष्ट द्रव्य पूजा की सजी थाली लेकर नृत्य करते दाहोद रोड से बैंडबाजे के साथ शोभायात्रा के रूप में संत भवन पहुंचे, जहां आचार्य ने सभी को आशीर्वाद दिया । इस अवसर पर सकल दिगम्बर जैन समाज के अध्यक्ष शांतिलाल वेलावत, निर्मल कुमार मालवी, अशोक शाह, गेंदालाल फांदोत, अमित जैन सहित महिला संगठनों से सीमा फांदोत, त्रिशला डागरिया, अंजना गंगवाल, वंदना लोलावत आदि मौजूद थे । इसी के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ, दीप प्रज्वलन एवं पाद प्रक्षालन उदयपुर से आए महिला मंडल ने शास्त्र भेंट कर की। भक्तों ने श्रद्धा के साथ अष्ट द्रव्य से पूजन किया। उदयपुर से आए भक्तों ने आचार्यश्री से निवेदन करते हुए कहा कि जल्द उनका मंगल प्रवेश उदयपुर में हो । सर्व समाज उनके प्रवचनों का इंतजार कर रहा है। इस दौरान आचार्यश्री पुलक सागर ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि 'फूल नजरों में खिलाने का हुनर रखते हैं और आपको दिल में बसाने का हुनर रखते हैं। थोड़ी देर ठहर जाओ, हम उदयपुर का होश उड़ाने का हुनर रखते हैं। बिखर गए तो संवारने का हुनर रखते हैं, जो डूब गए उन्हें उबारने का हुनर रखते हैं। आचार्य श्री ने बताया कि 17 वर्ष पहले उन्होंने उदयपुर में वर्षायोग किया था। आज भी लोगों के दिलों में उनके लिए जगह है, यही उनकी सफलता है। उन्होंने कहा कि जितने भी भक्त आए हैं, सभी के चेहरे पर मुस्कान है। जिस आनंद से आए हैं, उसी आनंद से विदा लेंगे। चातुर्मास के लिए आए सभी भक्तों को उन्होंने आशीर्वाद दिया। गुरुदेव 4 जून को उदयपुर के लिए प्रस्थान करेंगे ।

- आचार्यश्री पुलक सागर के गुरुदेव पुष्पदंत सागर ने प्रदान की स्वीकृति

मध्यप्रदेश के देवास स्थित पुष्पगिरी तीर्थ में आचार्यश्री पुष्पदंत सागर से उनके शिष्य आचार्यश्री पुलक सागर महाराज के उदयपुर चातुर्मास करने की स्वीकृति प्रदान करने के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष विनोद फांदोत, अशोक शाह, राजेश बड़जात्या, अशोक गंगवाल, संदीप डागरिया, सुनील डूंगरिया आदि पहुंचे, जहां उन्हें लिखित स्वीकृति प्रदान की ।

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