महर्षि गौतम भवन,सेक्टर 4 में संगीतमय भागवत कथा का चौथा दिन

उदयपुर । महर्षि गौतम भवन,सेक्टर 4 में पुष्कर दास महाराज के द्वारा चल रही संगीतमय भागवत कथा के चौथे दिन कहा मनुष्य जनम अनमोल हे ये बार बार नहीं मिलेगा इसमें जो सत्कर्म,दान पुण्य करना समय पर कर लेवे । इस जनम में जो दान पुण्य करते हे वो अगले जनम को सफल बनाने की तैयारी करते है द्य हम मंदिर,दर्शन,सतसंग करे परंतु हमारी वजह से किसी को कष्ट ना हो वो सही सत्कर्म कहा जाता है। शस्त्र का घाव ठीक हो सकता हे परन्तु शब्दों का नहीं। गुरु की डाट,फटकार अगर जीवन में नहीं तो शिष्य का कल्याण नहीं हो सकता। महाराज ने बताया कलयुग का वास 4 जगह हे स्वर्ण (सोना) में,जुआ में,शराब में,बाजारू स्त्री में । महाराज ने 24 अवतार की कथा सुनाई। कथा को आगे बढ़ाते हुए दशम स्कंध की कथा का वर्णन करते हुए कहा वासुदेव जी जैसे ही भगवान कृष्ण को सिर पर धारण किया उनकी बुद्धि पवित्र हुई सभी बेडिया और ताले खुल गए पहरेदार सो गए। कंस तो फिर भी ठीक था जो देवकी के पुत्रो को जन्म लेने के बाद हत्या करता था लेकिन आज के समय में घर घर में ऐसे कंस बेठे जो मां के पेट में ही बच्चियो को मरवा देते है। शास्त्रों में लिखा है ऐसे घर का पानी पीना भी पाप के समान है। कथा में कृष्ण जन्म धूम धाम से मनाया गया और सभी श्रोता भजनों पर झूम उठे और जयकारे लगाए। अंत में व्यासपीठ पर बाल स्वरूप कृष्ण,वासुदेव जी की सुंदर झांकी प्रस्तुत की गई। बुधवार को कथा में ग्रामीण विधायक फूल सिंह मीणा, शहर जिलाध्यक्ष गजपाल सिंह राठौड़, डॉ प्रदीप कुमावत,महेश त्रिवेदी, डॉ रेणु पालीवाल,शालिनी राजावत आदि उपस्थित रहे । गुरुवार को कथा में गोवर्धन लीला का वर्णन किया जाएगा।