साधु संतों और महापुरुषों की वाणी समाज के लिए लाभदायक : आचार्य महाश्रमण

Update: 2025-11-30 14:00 GMT


 

उदयपुर, । तेरापंथ धर्मसंघ के एकादशम अधिशास्ता आचार्य महाश्रमण अपनी धवल वाहिनी के साथ श्रद्धा, भक्ति, त्याग, शौर्य, और बलिदान की वीर वसुंधरा मेवाड़ में अहिंसा यात्रा के माध्यम से नशामुक्ति , नैतिकता और सद्भावना का संदेश देते हुए विभिन्न क्षेत्रों का विचरण करते हुए धर्म प्रभावना कर रहे है।

 मेवाड़ जैन श्वेताम्बर तेरापंथी कांफ्रेंस के अध्यक्ष राजकुमार फत्तावत ने बताया कि

आचार्य महाश्रमण 30 नवम्बर को प्रात: बड़ारडा स्थित स्टोनाइट मार्बल से विहार करके धोइंदा होते हुए प्रज्ञा विहार कांकरोली पधारे।

आचार्य महाश्रमण 1 दिसंबर को गांधी सेवा सदन, साधना शिखर, भिक्षु बोधी स्थल होते हुए भिक्षु निलयम राजनगर पधारेंगे।

फत्तावत ने बताया कि मेवाड़ को तेरापंथ की जन्म स्थली माना जाता है। उसी जन्मस्थली मेवाड़ के विभिन्न क्षेत्रों के श्रद्धालुओं ने मार्ग में अलग अलग स्थानों पर आचार्य महाश्रमण के दर्शन कर आशीर्वाद लिया।

विहार यात्रा में उदयपुर, कांकरोली, राजनगर, नाथद्वारा, आमेट, केलवा, भीलवाड़ा सहित अनेक क्षेत्रों के कार्यकर्ता सेवा में लगे हुए है।

मेवाड़ यात्रा के दौरान विभिन्न गणमान्य व्यक्तियों और हस्तियों का आचार्य महाश्रमण के दर्शन हेतु आने का क्रम बना हुआ है।

फत्तावत ने बताया कि आज प्रातः स्टोनाइट मार्बल पर पंजाब के राज्यपाल और चण्डीगढ़ के प्रशासक गुलाबचंद कटारिया ने आचार्य महाश्रमण के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। आचार्य महाश्रमण और गुलाबचंद कटारिया में आध्यात्मिक और सामाजिक विषयों पर चर्चा हुई।

पंजाब के राज्यपाल और चण्डीगढ़ के प्रशासक गुलाबचंद कटारिया का साहित्य समर्पण उपरना और स्मृति चिन्ह से सम्मान श्री मेवाड़ जैन श्वेताम्बर तेरापंथी कांफ्रेंस के राजकुमार फत्तावत, पंकज ओस्तवाल, भूपेंद्र चोरड़िया, कैलाश सिंघवी, कमलेश कच्छारा,दीपक सिंघवी द्वारा किया गया।

वहीं बड़ारडा चौराहे पर राजसमन्द विधायक दीप्ति किरण माहेश्वरी ने आचार्य महाश्रमण के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। राजसमन्द जिला कलेक्टर अरुण कुमार हसीजा, जिला सत्र न्यायाधीश भूपेंद्र सनाढ्य, पुलिस अधीक्षक ममता गुप्ता, SDM राजसमन्द ब्रजेश गुप्ता, SDM नाथद्वारा राखी ने भी आचार्य महाश्रमण के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया।

मूर्तिपूजक संघ के गणिवर्य मुनि निरागरत्न विजय महाराज ने आचार्य महाश्रमण के दर्शन किए। दोनों संप्रदायों के संतो में आध्यात्मिक और धार्मिक चर्चा हुई।

फत्तावत ने बताया कि राजसमन्द के TVS चौराहे से पानी की टंकी तक की सड़क का नाम आचार्य महाश्रमण अहिंसा मार्ग रखा गए। जिसका लोकार्पण आचार्य महाश्रमण द्वारा मंगल पाठ सुनकर किया गया। लोकार्पण कार्यक्रम में राजसमन्द विधायक दीप्ति किरण माहेश्वरी, राजसमन्द नगर परिषद सभापति अशोक टांक जिलाधीश राजसमन्द अरुण कुमार हसीजा,

उपसभापति चुन्नीलाल पंचोली,

नेता प्रतिपक्ष निर्मल कुमावत,

नगर परिषद आयुक्त ब्रजेश राय उपस्थित थे।

आचार्य महाश्रमण ने विहार के बाद उपस्थित जन समुदाय को अमृत देशना देते हुए फरमाया कि व्यक्ति अपने कर्मों के द्वारा अपनी आत्मा को निर्मल करे। व्यक्ति अपना अनुशासन स्वयं करे। स्वयं पर अनुशासन साधना और तप के माध्यम से हो सकता है। व्यक्ति में तत्वज्ञान हो तो व्यक्ति का जीवन सफल हो जाता है। त्याग की चेतना हमारे भीतर होनी चाहिए। हमें व्रती श्रावक बनने का प्रयास करना चाहिए। मनुष्य के पास पांच इंद्रिय होती है। जिनके द्वारा ज्ञान करता है। दुखी व्यक्ति का दुख दर्द सुन लेने से उसका दुख दर्द कुछ कम किया जा सकता है। व्यक्ति के बाहरी आभूषणों को चुराया जा सकता है लेकिन व्यक्ति के भीतरी आभूषणों को चुराया जा सकता है।

साधु संतों और महापुरुषों की वाणी समाज के लिए लाभदायक है। अच्छा देखो, अच्छा सुनो, अच्छा बोलो, अच्छा सोचो, अच्छा करो इस सिद्धांतों से कल्याण संभव है। उत्तम साधना से जीवन का सार होना संभव है।

साध्वी प्रमुखा विश्रुत विभा ने कहा कि तेरापंथ धर्मसंघ में आचार्य की दृष्टि और आज्ञा को ही सर्वोपरि है। आचार्य की आज्ञा लक्ष्मण रेखा के समान है। आज की जन मेदिनी श्रद्धा का ही परिणाम है। श्रावकों में श्रद्धा रोम रोम में बसी हुआ है। श्रद्धाशील व्यक्ति ही ज्ञान को प्राप्त कर सकता है।

आज की धर्मसभा में शासन श्री मुनि सुरेश कुमार,मुनि संबोध कुमार,मुनि केवल्य कुमार ने अपनी भावनाएं गुरु चरणों में व्यक्त की।

राजसमन्द विधायक दीप्ति किरण माहेश्वरी ने अपने वक्तव्य में कहा कि आज आपके यहां पदार्पण से राजसमन्द की धरा और ज्यादा पवित्र हो गई है। राजसमन्द की धरती पर स्वागत और अभिनंदन करती हूं।

कांकरोली के दस वर्षीय विधांशु धारीवाल ने आचार्य महाश्रमण के पदार्पण पर अठाई की तपस्या का उपहार चरणों में समर्पित दिया।

आज के कार्यक्रम में वही कांकरोली ज्ञानशाला के बच्चों ने आकर्षक प्रस्तुति दी। साथ ही कांकरोली प्रवास के स्वागत अध्यक्ष ललित बापना, समारोह अध्यक्ष विनोद बापना, संपूर्ण तेरापंथ समाज कांकरोली, सभा अध्यक्ष लाभचंद बोहरा , सभा मंत्री धनेंद्र मेहता, महिला मंडल अध्यक्ष मनीषा कच्छारा, युवक परिषद अध्यक्ष गौतम कोठारी, धर्मचंद जैन, प्रकाश चंद्र सहलोत ने अपने भावों की प्रस्तुति दी।

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