आज रात गुरु बदलेंगे राशि, इन राशियों पर जमकर बरसेगा पैसा

Update: 2025-05-14 05:20 GMT
आज  रात गुरु बदलेंगे राशि, इन राशियों   पर जमकर बरसेगा पैसा
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ज्योतिष शास्त्र में देवताओं के गुरु बृहस्पति का विशेष महत्व है। इस वर्ष उनका दूसरा सबसे महत्वपूर्ण गोचर होने जा रहा है। बुधवार 14 मई 2025 को रात 11 बजकर 20 मिनट पर बृहस्पति वृषभ राशि से मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे।

यह गोचर शनि के बाद इस वर्ष का सबसे प्रभावशाली ग्रह गोचर माना जा रहा है, जिसका असर न केवल देश-दुनिया पर, बल्कि व्यक्तिगत जीवन पर भी स्पष्ट रूप से दिखाई देगा।ज्योतिषाचार्य   के अनुसार बृहस्पति को वाणी, शिक्षा, संतान, विवाह और करियर का कारक ग्रह माना जाता है। इनके शुभ प्रभाव से व्यक्ति को वैवाहिक सुख, करियर में उन्नति और जीवन में समृद्धि प्राप्त होती है। बृहस्पति एक राशि में लगभग 12 महीने तक रहते हैं, जिससे उनका यह गोचर लंबे समय तक प्रभावी रहेगा।

ज्योतिषीय दृष्टिकोण से बृहस्पति का यह गोचर अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह शुभ ग्रह जीवन के कई क्षेत्रों को प्रत्यक्ष रूप से प्रभावित करता है। बृहस्पति की दृष्टि, विशेष रूप से पंचम, सप्तम और नवम भाव पर अत्यंत शक्तिशाली मानी जाती है।यह गोचर सभी राशियों को प्रभावित करेगा, लेकिन मिथुन, तुला और धनु राशि वालों के लिए यह विशेष रूप से शुभ रहेगा। आइए जानते हैं कि यह गोचर इन तीन राशियों के लिए कैसे लाभकारी सिद्ध होगा।

मिथुन राशि

मिथुन राशि वालों के लिए बृहस्पति का यह गोचर उनकी अपनी राशि यानी प्रथम भाव में होगा। प्रथम भाव आत्मविश्वास, व्यक्तित्व और स्वास्थ्य से संबंधित है। इसके साथ ही, बृहस्पति की दृष्टि सप्तम भाव पर पड़ेगी, जो विवाह और साझेदारी का भाव है।

इस दौरान मिथुन राशि वालों के वैवाहिक जीवन में मधुरता बढ़ेगी। विवाहित लोगों को जीवनसाथी का सहयोग मिलेगा, जबकि प्रेम संबंधों में रिश्ते और मजबूत होंगे। कई प्रेमी जोड़े इस अवधि में विवाह का निर्णय ले सकते हैं। करियर के दृष्टिकोण से भी यह समय लाभकारी रहेगा। साझेदारी में किए गए व्यवसाय में सफलता मिलेगी। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी और सामाजिक स्तर पर आपकी प्रतिष्ठा बढ़ेगी।

तुला राशि

तुला राशि वालों के लिए बृहस्पति तृतीय और पंचम भाव के स्वामी हैं और अब वे नवम भाव में गोचर करेंगे। नवम भाव भाग्य, धर्म और विदेश यात्रा से जुड़ा है। बृहस्पति की पंचम दृष्टि तुला राशि पर पड़ेगी, जिससे प्रेम संबंधों में मजबूती आएगी। जो लोग सच्चे जीवनसाथी की तलाश में हैं, उन्हें इस समय सफलता मिल सकती है।

वैवाहिक जीवन में चल रहे तनाव या गलतफहमियां दूर होंगी। कुछ लोग अपने जीवनसाथी के साथ यात्रा पर भी जा सकते हैं। शिक्षा के क्षेत्र में यह समय विशेष रूप से शुभ रहेगा। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों और उच्च शिक्षा के इच्छुक विद्यार्थियों को सफलता मिलेगी।

धनु राशि

धनु राशि के स्वामी स्वयं बृहस्पति हैं, और इस गोचर में वे सप्तम भाव में प्रवेश करेंगे। सप्तम भाव विवाह, जीवनसाथी और साझेदारी से संबंधित है। जिन लोगों को विवाह में देरी का सामना करना पड़ रहा था, उन्हें इस दौरान राहत मिल सकती है।

विवाहित लोगों के दांपत्य जीवन में सामंजस्य बढ़ेगा। बृहस्पति की शुभ दृष्टि से पारिवारिक जीवन में सुख-शांति आएगी। प्रेम संबंधों में मधुरता बढ़ेगी और रिश्ते अधिक गहरे होंगे। सामाजिक स्तर पर धनु राशि वालों को सम्मान और प्रतिष्ठा प्राप्त होगी। यह समय आपके लिए व्यक्तिगत और व्यावसायिक विकास का अवसर लेकर आएगा।

गोचर का महत्व

, बृहस्पति का मिथुन राशि में गोचर एक महत्वपूर्ण ज्योतिषीय घटना है। मिथुन राशि, जो बुद्धि, संचार और अनुकूलन क्षमता का प्रतीक है, बृहस्पति के प्रभाव से और अधिक सकारात्मक होगी।

इस गोचर से शिक्षा, प्रेम, विवाह और करियर जैसे क्षेत्रों में प्रगति होगी। मिथुन, तुला और धनु राशि वालों के लिए यह समय विशेष रूप से शुभ है, लेकिन अन्य राशियों को भी इसका सकारात्मक प्रभाव मिलेगा। इस अवधि में व्यक्तियों को अपने लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए और बृहस्पति की शुभ ऊर्जा का लाभ उठाना चाहिए।

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