Pay As You Drive: जितनी चलाएंगे गाड़ी उतना ही बीमा का प्रीमियम, फायदे-नुकसान?

जितनी चलाएंगे गाड़ी उतना ही बीमा का प्रीमियम, फायदे-नुकसान?
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नई दिल्ली। पे ऐज यू ड्राइव यह एक तरह की कार पॉलिसी है। इसमें प्रीमियम की कैलकुलेशन एक फिक्स्ड एनुअल इनकम के बजाय आपकी कार की तरफ से कवर की गई दूरी के हिसाब से की जाती है। इसे आप इस तरह से भी समझ सकते हैं अगर आप कम ड्राइव करते हैं, तो आपको कम प्रीमियम का पेमेंट करना होगा। यह ड्राइवरों के लिए पर्सनलाइज्ड और अफोर्डेबल इंश्योरेंस ऑप्शन देता है, जो सुरक्षित और अधिक जिम्मेदार ड्राइविंग आदतों को बेहतर करता है। यहां पर हम आपको बता रहे हैं कि पे ऐज यू ड्राइव कैसे काम करता है और इसके फायदे और नुकसान क्या है।

ऐसेकरता है काम?

इस कार इंश्योरेंस पॉलिसी के दौरान यह अनुमान लगाया जाता है कि ड्राइवर पॉलिसी पीरियड के दौरान कितने किलोमीटर तक ड्राइव कर सकता है।

टेलीमैटिक्स टेक्नोलॉजी के जरिए ड्राइविंग के अलग-अलग पहलुओं का डेटा इक्कठा किया जाता है, जिसमें स्पीड, दूरी, दिन का समय और ड्राइविंग पैटर्न शामिल होता है। जिससे इंश्योरेंस कंपनियां रिस्क के सही आकलन करने में मदद लेती है।

इस पॉलिसी के तहत आपकी तरफ से चुने गए किलोमीटर स्लैब के आधार पर आपके प्रीमियम को कैलकुलेट किया जाता है।

ड्राइवर के व्हीकल का माइलेज टेलीमैटिक्स डिवाइस या स्मार्टफोन ऐप के जरिए ट्रैक किया जाता है।

पॉलिसी पीरियड के खत्म होने के बाद आपके एक्चुअल माइलेज की तुलना घोषित माइलेज होती। अगर आपको कम गाड़ी लगाई है, तो आपको रिफंड मिलता है। वहीं, अगर आप उससे ज्यादा गाड़ी चलाते हैं तो आपको एक्स्ट्रा प्रीमियम देना पड़ सकता है।


फायदे

अगर आपकी गाड़ी कम चलती है, तो आप अपने बीमा प्रीमियम को काफी कम कर सकते हैं।

आपको केवल उसी कवरेज के लिए पेमेंट करना पड़ता है, जिसका आप इस्तेमाल करते हैं।

यह कार बीमा लेने के बाद आपको सुरक्षित रूप से ड्राइव करने के लिए प्रोत्साहन मिलता है।

बीमा प्रीमियम की कैलकुलेशन गाड़ी द्वारा चलाई गई दूरी के आधार पर की जाती है। इसे आमतौर पर टेलीमैटिक्स डिवाइस या मोबाइल ऐप का इस्तेमाल करके किया जाता है।

यह इंश्योरेंस पॉलिसी उन लोगों को लिए कापी किफायती हो सकती है, जो अपनी गाड़ी का कम इस्तेमाल करते हैं या फिर कम दूरी तक ड्राइव करते हैं.

नुकसान

इस पॉलिसी के तहत व्हीकल की लोकेशन और ड्राइविंग पर लगातार नजर रखी जाती है। इससे आपके प्राइवेसी संबंधी चीजों का सामना करना पड़ सकता है।

जिन लोगों की व्हीकल ज्यादा चलती है उन्हें ट्रेडिशनल इंश्योरेंस पॉलिसी के मुकाबले ज्यादा भुगतान करना पड़ सकता है।

इसके तहत जब आप क्लेम करने जाएंगे तो आपको तय की गई दूरी और दूसरे डेटा को वेरफाई करते समय कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

यह पॉलिसी पूरी तरह से टेक्नोलॉजी पर निर्भर करती है। अगर आपको टेलीमेटिक्स डिवाइस या ऐप में कोई भी खराबी आती है तो प्रीमियम की कैलकुलेशन पर बुरा असर पड़ सकता है।


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