भारत में 40% प्रदूषण की वजह ट्रांसपोर्ट सेक्टर, पेट्रोल-डीजल के खिलाफ नहीं: गडकरी
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार को कहा कि भारत में 40% प्रदूषण परिवहन क्षेत्र की वजह से है. उन्होंने (ऑटोमोटिव कंपोनेंट मैन्युफैक्चर्रस एसोसिएशन ऑफ इंडिया) के 64वें सालाना सत्र में कहा कि 'मैं फॉसिल फ्यूल्स (पेट्रोल, डीजल) के खिलाफ नहीं हूं.'
गडकरी ने ऑटो इंडस्ट्री से कहा कि 'हमें प्रदूषण को कम करने की जरूरत है. मेरा सुझाव है कि आप (ऑटो इंडस्ट्री) फ्यूल की इकोनॉमिक्स को समझें. आपको ग्राहकों को तेल की लागत बचाने के लिए विकल्प देने होंगे. भारत को किफायती, प्रदूषण मुक्त ट्रांसपोर्ट सॉल्यूशंस की जरूरत है.'
EV सब्सिडी के खिलाफ नहीं: नितिन गडकरी
बीते दिनों नितिन गडकरी के इस बयान को लेकर भी विवाद हुआ था, जिसमें उन्होंने कहा था कि इलेक्ट्रिक व्हीकल्स को सब्सिडी की जरूरत नहीं है, क्योंकि मैन्युफैक्चरर्स की लागत काफी नीचे आ चुकी है. डिमांड काफी ज्यादा है, लोग अपने आप ही EV या CNG को अपना रहे हैं.
इस पर गडकरी ने साफ किया कि वो EV सब्सिडी के भी खिलाफ नहीं है. गडकरी ने कहा कि EVs के चलन को बढ़ाना लोगों पर निर्भर करता है.
उनसे ये सवाल पूछा गया कि क्या भारत साल 2030 तक EV की पहुंच को लेकर तय किए गए लक्ष्य को हासिल कर सकेगा. उन्होंने आगे कहा कि EV और ICE व्हीकल्स के बीच प्राइस पैरिटी दो सालों में हासिल कर ली जाएगी. मतलब ये कि EV और पेट्रोल-इंजन गाड़ियों की कीमतों में अंतर खत्म हो जाएगा.
गडकरी ने कहा कि 'इकोनॉमिक वायबिलिटी मौजूद है. आपको अच्छा बाजार मिल रहा है. तो क्यों कुछ कंपनियां पेट्रोल और डीजल पर जोर दे रही हैं. कुछ कंपनियों के पास अच्छी सेल्स, अच्छा मार्केट शेयर है. तो वो क्यों बदलना नहीं चाहते हैं. उन्हें मेरी बहुत शुभकामनाएं.'
ऑटो इंडस्ट्री का GST रेवेन्यू में सबसे ज्यादा योगदान: गडकरी
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री ने कहा कि 'भारत की ऑटो इंडस्ट्री का साइज 22 लाख करोड़ रुपये है. इसके साथ ही ऑटो पार्ट्स इंडस्ट्री का साइज 5.18 लाख करोड़ रुपये है. सभी सेक्टर्स में ऑटो इंडस्ट्री का GST रेवेन्यू में सबसे ज्यादा योगदान है. मेरा लक्ष्य है कि दुनिया में भारत को नंबर 1 ऑटो मैन्युफैक्चरिंग हब बनाया जाए.'
उन्होंने कहा कि FY25 में ऑटो कंपोनेंट इंडस्ट्री में 8-10% ग्रोथ की उम्मीद है. गडकरी ने जोर दिया कि ऑटो इंडस्ट्री नए वाहनों पर स्क्रैप के बदले में ज्यादा डिस्काउंट दे.