कार के लिए खरीदनी है नई टायर? ऐसे चुनें अपनी गाड़ी के लिए सही टायर

कार के लिए खरीदनी है नई टायर? ऐसे चुनें अपनी गाड़ी के लिए सही टायर
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नई दिल्ली किसी भी कार की परफॉर्मेंस और सुरक्षा का असली आधार उसके टायर होते हैं। चाहे आप रोज शहर में गाड़ी चलाते हों, हाईवे पर लंबी ड्राइव पर निकलते हों या फिर पहाड़ों की सड़कों से गुजरते हों, सही टायर आपकी ड्राइव को सुरक्षित और आरामदायक बनाते हैं। लेकिन आज भी बहुत से लोग बिना जानकारी के टायर खरीद लेते हैं। अगर आप भी नई गाड़ी के टायर बदलने का सोच रहे हैं, तो ये आसान टिप्स जरूर ध्यान रखें।

टायर का कोड समझें

हर टायर पर साइड में एक कोड लिखा होता है, जैसे - 215/60R17. इसमें 215 टायर की चौड़ाई (मिलीमीटर में), 60 टायर की ऊंचाई का अनुपात (साइडवाल रेशियो), R का मतलब रेडियल टायर और 17 इंच में रिम का साइज बताता है। अगर साइडवॉल नंबर कम है, तो गाड़ी की परफॉर्मेंस बेहतर होगी, लेकिन आराम थोड़ा कम मिलेगा।

जरूरत के हिसाब से टायर चुनें

हर टायर हर मौसम और सड़क के लिए सही नहीं होता। अगर आपको मिक्स कंडीशंस में गाड़ी चलानी पड़ती है, तो ऑल-सीजन टायर बेस्ट हैं। गर्म जगहों के लिए समर टायर सही रहते हैं, जबकि बर्फीली या फिसलन भरी जगहों पर विंटर टायर ज्यादा ग्रिप देते हैं।

टायर की मजबूती, ग्रिप और गर्मी झेलने की क्षमता देखें

हर टायर पर UTQG मार्किंग होती है। इसमें तीन बातें लिखी होती हैं -

ट्रेडवियर (टिकाऊपन): जितना ज्यादा नंबर, टायर उतना लंबा चलेगा।

ट्रैक्शन (ग्रिप): A से लेकर AA तक का रेटिंग होता है, जिसमें AA सबसे ज्यादा ग्रिप देता है।

टेम्परेचर (गर्मी सहने की क्षमता): A सबसे अच्छा माना जाता है।

साथ ही टायर के डिजाइन (ट्रेड पैटर्न) भी अलग-अलग काम करते हैं - कोई पानी को जल्दी बाहर निकालता है, तो कोई ज्यादा पकड़ (ग्रिप) देता है।

टायर की मैन्युफैक्चरिंग डेट चेक करें

पुराने टायर दिखने में नए लग सकते हैं, लेकिन समय के साथ उनकी परफॉर्मेंस कम हो जाती है। एक्सपर्ट्स के अनुसार, 6-10 साल से पुराने टायर इस्तेमाल नहीं करने चाहिए। टायर पर DOT कोड के बाद 4 अंक लिखे होते हैं। जैसे 1224 का मतलब है कि टायर 2024 की 12वीं हफ्ते में बना था।

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