पिता के नाम की जमीन की फर्जी रजिस्ट्री करवाने के आरोप में बेटा-बहू सहित तीन गिरफ्तार
भीलवाड़ा बीएचएन। पिता के नाम की 5 बीघा जमीन की फर्जी रजिस्ट्री कराने के मामले में शाहपुरा जिले की शक्करगढ़ थाना पुलिस ने दंपती सहित तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया।
शक्करगढ़ थाना प्रभारी हेमराज मीणा ने बताया कि अभयपुरा निवासी हगामी 75 बेवा उदा धाकड़ ने देवकरण धाकड़ सहित तीन लोगों के खिलाफ एक मई को थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई। हगामी ने रिपोर्ट में आरोप लगाया कि देवकरण धाकड़ ने परिवादिया के पति के नाम की 5 बीघा जमीन की फर्जी तरीके से अपनी पत्नी मनभर देवी के नाम रजिस्ट्री करवा ली। इस संबंध में पुलिस ने केस दर्ज कर जांच की। जांच के बाद इस मामले में अभयपुरा निवासी देवकरण पुत्र उदा धाकड़, इसकी पत्नी मनभर देवी व माधु पुत्र रावता गुर्जर को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया।
पुलिस जांच से यह हुआ खुलासा
पुलिस ने मामले की जांच की तो सामने आया कि परिवादिया के पति उदा धाकड के तीन बेटे व दो बेटियां है। इनमें देवकरण धाकड़ सबसे बडा था। उदा धाकड ने करीब 22 साल पहले अपनी 10 बीघा जमीन जो 5 बीघा समतल व 5 बीघा उबड़ खाबड थी, उसमें से 5 बीघा उबड़ खाबड वाली जमीन देवकरण को व 5 बीघा अपने दोनो छोटे बेटो सीताराम व रामेश्वर को दी थी । आरोपी देवकरण ने 5 बीघा उबड खाबड जमीन को अपने रूपये लगाकर समतल कर खेती लायक बनाया फिर आरोपी को शंका हुई की उसके भाई व परिवार के लोग उससे जमीन वापस ले सकते है । जमीन को समतल कराने में लगे रूपये भी नहीं देंगे । इस कारण से आरोपी ने करीब 17 साल पहले सन 2007 में अपनी पत्नि मनभर देवी व अपने पिता उदा धाकड की जगह बागूदार निवासी मगन पुत्र उंकार गाडरी व अभयपुर के माधु पुत्र रावता गुर्जर भैंरू पुत्र रूपा भील को उपपंजीयक कार्यालय जहाजपुर ले जाकर अपनी पत्नि मनभर देवी के नाम फर्जी रजिस्ट्री करवाकर अपने पिता उदा धाकड की फोटो से मिलती हुई मगन गाडरी की फोटो लगायी व फर्जी कुटरचित रजिस्ट्री पर अपने पिता उदा धाकड के अंगुठा निशानी की जगह अपने बायें हाथ के 12 बारह अंगुठे निशानी लगाये । गवाह के तोर माधु पुत्र रावता गुर्जर अभयपुर के हस्ताक्षर करवाये व भेरू भील के अंगुठा निशानी करवाये । उपपंजीयक कार्यालय में केम्प लगा होने के कारण आरोपी को अपनी फर्जी रजिस्ट्री भी तुरंत मिल गयी थी । बाद में आरोपी ने उस फर्जी रजिस्ट्री में मगना गाडरी की फोटो की जगह अपने पिता उदा धाकड की फोटो लगायी,जो पंजीयक कार्यालय से मुल रजिस्ट्री की सत्यापित प्रति व आरोपी की मुल रजिस्ट्री की विक्रेता की फोटो अलग होने से प्रमाणित पाया गया आज से करीब तीन साल पहले जब आरोपी के पिता की मृत्यु हुई तो आरोपी के भाईयो ने जमीन का नामांतरण खुलवाने के लिए जमीन की नकल निकलाई तब उन्हें इस जमीन की रजिस्ट्री का पता चला ।