कैंप में ब्लड देने के बाद युवक की मौत, मुआवजे को लेकर अस्पताल में जुटी भीड़

कैंप में ब्लड देने के बाद युवक की मौत, मुआवजे को लेकर अस्पताल में जुटी भीड़
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भीलवाड़ा बीएचएन। लीलैंड चौराहा स्थित अशोक लीलैंड कंपनी में आयोजित शिविर में ब्लड देने के बाद कंपनी के ही एक सैल्समेन की मौत हो गई। इस घटना के बाद जिला अस्पताल में परिजनों के साथ ही लोगों की भीड़ जुट गई और 25 लाख रुपये की मुआवजे की मांग को लेकर प्रदर्शन भी हुआ। बाद में 13 लाख रुपये मुआवजे देने पर सहमति बन गई।

प्रताप नगर थाने के सहायक उप निरीक्षक चिरागअली कायमखानी ने बताया कि पुर निवासी रामलाल 46 पुत्र देवीलाल माली अशोक लीलैंड कंपनी में सेल्समैन था। शनिवार को कंपनी की ओर से ब्लड डोनेशन कैंप का आयोजन किया गया। इस कैंप में रामलाल ने भी दोपहर करीब 12 बजे ब्लड डोनेट किया। इसके बाद उसका जी घबराने लगा। रामलाल को आजाद नगर स्थित निजी अस्पताल ले जाया गया। जहां उसे टेबलेट दी गई। इसके बाद उसे इंजेक्शन दिया जा रहा था। आधा इंजेक्शन लगने के साथ ही उसके मुंह से झाग निकलने लगे। इसके चलते रामलाल को जिला अस्पताल भिजवा दिया गया। जहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव को मोर्चरी में सुरक्षित रखवाया। इस बीच, घटना की जानकारी मिलते ही मृतक के परिजन और समाज के लोगों के साथ ही कई लोग जिला अस्पताल पहुंच गये, जिससे वहां भीड़ जुट गई। उधर, ये लोग उक्त कंपनी से 25 लाख रुपये मुआवजा दिलाने की मांग पर अड़ गये। सूचना पर प्रताप नगर व भीमगंज पुलिस के साथ ही कंट्रोल रूम से जाब्ता भी अस्पताल पहुंच गया। किसान मोर्चा जिला उपाध्यक्ष रामपाल चौधरी ने बताया कि दोनों पक्षों के बीच वार्ता के बाद 13 लाख रुपये मुआवजे पर सहमति बन गई। इसके बाद ही पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाया। पुलिस मौत के कारणों की जांच कर रही है।

मना किया था ब्लड देने के लिए, लेकिन लोग नहीं माने

मृतक के जीजा लक्ष्मीलाल माली ने पत्रकारों से बात करते हुये कहा कि उसका साला रामलाल लीलैंड कंपनी में काम करता था। कंपनी में आज ब्लड डोनेशन कंैप लगाया गया था। रामलाल ने तबीयत सही नहीं होना बताकर ब्लड देने से मना किया। फिर भी सभी लोग बोले कि ब्लड देने से कुछ नहीं होगा। इसके बाद रामलाल ने ब्लड दे दिया। इसके बाद रामपाल की मौत हो गई।

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