मंगरोप से एक किशोर व युवक का अपहरण, मारपीट कर युवक को बस्सी में छोड़ भागे अपहरणकर्ता, तलाश में जुटी पुलिस

भीलवाड़ा बीएचएन। जिले में अपहरण की वारदातें थमती नजर नहीं आ रही है। बीगोद, प्रताप नगर व सदर थाने के बाद अब मंगरोप थाना इलाके से ऐसी ही दो और वारदातें सामने आई हैं, जहां एक नाबालिग व युवक का अपहरण कर लिया गया। युवक को अपहरणकर्ताओं ने मारपीट करने के बाद बस्ती इलाके में छोड़ दिया, जबकि नाबालिग का अब तक पता नहीं चल पाया है, जबकि अपहरण का जिन लडक़ों पर आरोप लगा है वे, मंगरोप लौट आये हैं। फिल्हाल पुलिस इन दोनों ही मामलों की जांच कर रही है।

मंगरोप थाने के एएसआई जोगेंद्र सिंह से मिली जानकारी के अनुसार, ब्रह्मपुरी निवासी मोतीलाल नायक ने अपने बेटे विष्णु नायक 17 के अपहरण का केस दर्ज करवाया है। मोतीलाल का कहना है कि गांव के ही तीन लडक़े, परिवादी के बेटे विष्णु को परसों शाम को दांथल से मोबाइल खरीद कर लाने की बात कहकर अपने साथ ले गये थे, जो अब तक लौटकर नहीं आया। पुलिस का कहना है कि तीनों के खिलाफ विष्णु के अपहरण का केस दर्ज कर लिया। उधर, पुलिस का कहना है कि जिन लडक़ों पर आरोप लगा है, वे शाम को ही लौट आये थे। इनका कहना है कि विष्णु को उन्होंने मंगरोप में ही चौराहे पर छोड़ दिया था। पुलिस जांच व लापता विष्णु के मिलने के बाद ही स्थिति साफ हो पायेगी।

उधर, मंगरोप से ही अपहरण एक और मामला सामने आया है। जांच अधिकारी एएसआई सिंह ने बताया कि मंगरोप निवासी दयाल देवी पत्नी भूरालाल तेली ने रिपोर्ट दी कि उसका बेटा शंकर 22 पुत्र भूरालाल तेली भीलवाड़ा में काम करता है। कल सुबह सवा नौ बजे शंकर घर से भीलवाड़ा जाने के लिए निकला था। मंगरोप के बाहर से गांव का ही श्रीराम पुत्र सुरेश ढोली, हमीरगढ़ का किशन सैन व दो अन्य व्यक्ति जो अल्टो कार लेकर आये, परिवादिया के बेटे शंकर को उठा ले गये। ये आरोपित, शंकर को इधर-उधर घूमाते हुये चित्तौडग़ढ़ क्षेत्र के बस्सी इलाके में ले गये और उसके साथ मारपीट की। करीब चार घंटे बाद अपहरणकर्ताओं ने अगवा शंकर को बस्सी में ही छोड़ दिया और फरार हो गये। शंकर घर लौट आया। उधर, पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरु कर दी।

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