ब्लैकमेल कांड: बिजयनगर में जिस कैफे में लड़कियों को बुलाते थे आरोपी, उस पर चला बुलडोजर

भीलवाड़ा हलचल जिले के गुलाबपुरा कस्बे से स्टे नदी पार बिजयनगर में नाबालिग छात्राओं को फंसाकर उन्हें ब्लैकमेल करने का मामला सामने आने के बाद पुलिस और प्रशासन त्वरित एक्शन लिया हे . प्रशासन ने बिजयनगर के उस कैफे पर बुलडोजर चला दिया , जहां नाबालिग छात्राओं के साथ आरोपी मुलाकात कर उन्हें फंसाते थे. कैफे में अतिक्रमण को लेकर नोटिस जारी किया गया था, जिसके 24 घंटे बाद भी अतिक्रमण नहीं हटाया तो हटाओ अभियान के तहत ये कार्रवाई की गई.
ब्यावर जिले के नाबालिग बच्चियों के साथ समुदाय विशेष के लड़कों द्वारा चिल आउट कैफे में हैवानियत करते थे उस पर बिजयनगर नगर पालिका द्वारा उसे कैफे तोड़ा गया है. पालिका प्रशासन ने रोड पर बने अवैध कैफे को ध्वस्त किया है. पालिका अधिशाषी अधिकारी प्रताप सिंह टीम के साथ जेसीबी और ट्रैक्टर लेकर मौके पर पहुंचे. पीड़ित बच्चियों ने इस जगह के बारे में जानकारी दी थी, जिनमें 2 कैफे का जिक्र किया था. इनमें स्काई डेक कैफे व चिल आउट कैफे का नाम लिया गया था. चिल आउट कैफे कस्बे के मिल चौक स्थित रोड पर बना था, उसके अतिक्रमण वाले हिस्से को ढहा दिया गया है.
आरोपी कैफे में बुलाते थे लड़कियों को
नगर पालिका ने बिजयनगर के गौरव पथ स्थित चिल आउट कैफे को 19 फरवरी को नोटिस दिया था. इसमें अगले 24 घंटे में कैफे के बाहर किए गए अतिक्रमण को हटाने के लिए कहा था. इसके बावजूद भी अतिक्रमण नहीं हटा तो गुरुवार दोपहर 11 बजे अतिक्रमण तोड़ने की कार्रवाई की गई. नाबालिग लड़कियों से रेप के मामले में गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में पता चला था कि उन्होंने चिल आउट कैफे में उनके साथ हैवानियत की थी. आरोपी पीड़ित लडकियों को इसी कैफे में मिलने भी बुलाते थे.
नोटिस के 24 घंटे बाद हुई कार्रवाई
बिजयनगर नगर पालिका ने कैफे के आगे की तरफ अतिक्रमण माना था और इसे हटाने के लिए नोटिस दिया था, जिसके 24 घंटे बीत जाने के बाद भी अतिक्रमण नहीं हटाया गया. नगर पालिका की टीम ने जेसीबी की मदद से उसे ढहा दिया. साथ ही कैफे को आवासीय जगह पर बनाया गया था, जिसे अब व्यवसायिक उपयोग करने के कारण कैफे को सीज कर दिया गया है. कार्रवाई के दौरान नगर पालिका टीम के साथ बड़ी संख्या में पुलिसबल मौजूद रहा. पुलिस ने इस मामले में सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है.