‘आतंकियों को बख्शा नहीं जाएगा’, बोले राजनाथ सिंह

‘आतंकियों को बख्शा नहीं जाएगा’,  बोले राजनाथ सिंह
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जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में दो विदेशी पर्यटकों सहित 28 लोगों की मौत हो गई। वहीं, इस घटना में 20 लोग घायल हो गए, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर- ए-तैयबा के हिट स्क्वॉड द रजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने ली है। आतंकी हमले के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि मंगलवार को पहलगाम में एक धर्म विशेष को निशाना बनाकर आतंकवादियों ने कायराना हरकत की, जिसमें कई निर्दोष लोगों की जान चली गई। मैं देशवासियों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि सरकार हर जरूरी कदम उठाएगी।

पहलगाम में पर्यटकों पर आतंकवादी हमले के बाद बुधवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और भारतीय वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह के साथ बैठक करके जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति से जुड़े सभी मुद्दों पर चर्चा की।

बुलाई आपात बैठक

पहलगाम आतंकी हमले पर मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने आपातकालीन कैबिनेट बैठक बुलाई। इस बैठक में राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों, गृह विभाग, पर्यटन विभाग और सुरक्षा एजेंसियों के प्रमुखों ने भाग लिया। मुख्यमंत्री ने बैठक के दौरान हमले की कड़ी निंदा करते हुए इसे जम्मू-कश्मीर की शांति और पर्यटन पर सीधा हमला करार दिया। उन्होंने कहा, यह हमला हमारे शांतिपूर्ण प्रयासों को विफल करने की साजिश है। आतंकवाद के इस कायराना हरकत का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।

सरकार ने 10-10 लाख देने की घोषणा की

जम्मू-कश्मीर सीएमओ ने मृतकों के परिवारों को 10-10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को 2 लाख रुपये और मामूली रूप से घायलों को 1 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। कल पहलगाम में हुए घृणित आतंकवादी हमले से गहरा सदमा लगा है और बहुत दुखी हूं। निर्दोष नागरिकों के खिलाफ़ क्रूरता का यह बर्बर और मूर्खतापूर्ण कृत्य हमारे समाज में कोई स्थान नहीं रखता। हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं। हम खोए हुए अनमोल जीवन पर शोक व्यक्त करते हैं। कोई भी धनराशि प्रियजनों के नुकसान की भरपाई नहीं कर सकती है, लेकिन समर्थन और एकजुटता के प्रतीक के रूप में, जम्मू-कश्मीर सरकार ने मृतकों के परिवारों के लिए 10-10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों के लिए 2 लाख रुपये और मामूली रूप से घायलों के लिए 1 लाख रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की है। पीड़ितों को उनके घरों तक वापस ले जाने के लिए सभी व्यवस्थाएं की गई हैं।

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